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ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ट्रेविस हेड फोटो साभार: ट्विटर/बीसीसीआई

विश्व कप Cricket: ऑस्ट्रेलिया की भारत पर बड़ी जीत, 6 विकेट से हराया

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार रात को विश्व कप फाइनल में भारत को 6 विकेटों से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवरों में चार विकेट खोकर 241 रनों का टारगेट पूरा कर लिया। भारत की पूरी टीम 50 ओवरों में 240 रन बनाकर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की जीत में ट्रेविस हेड के 137 रन और मार्नस लाबुशेन के 58 रनों की शानदार भागेदारी रही। ट्रेविस हेड को मैच ऑफ द प्लेयर घोषित किया गया। विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बैटिंग की शुरुआत शानदार की और पहले ही ओवर में 15 रन बना दिए। लेकिन दूसरे ओवर में शमी ने बॉलिंग की और दूसरी ही बॉल पर वॉर्मर को आउट कर दिया। चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने भी मार्श का विकेट लिया। इस तरह चौथे ओवर में ऑस्ट्रेलिया के 41 रन बन चुके थे औऱ उसे जीत के लिए 200 रन और चाहिए थे। सातवें ओवर में बुमराह ने स्मिथ को LBW कर दिया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अब 194 रन चाहिए। 15 वें ओवर में कुलदीप यादव की बॉल पर ट्रेविस हेड ने छक्का मारकर ऑस्ट्रेलिया का रन रेट और बेहतर कर दिया और उस ओवर के बाद उसे जीत के लिए 154 रन और चाहिए थे। 27 ओवर आते-आते ऑस्ट्रेलिया के लबुशेंज और ट्रेविस हेड ने कई चौके मारकर ऑस्ट्रेलिया की स्थिति मजबूत कर दी। 27वें ओवर में ट्रेविस हेड के 80 रन बन चुके थे। 28 ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया के 162 रन बन चुके थे।
32 ओवर के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भारत के 240 रनों के जवाब में 173 रन बना दिए थे और उसके तीन ही खिलाड़ी आउट थे। बुमराह ने शुरू में दो विकटें लीं लेकिन उसके बाद उनकी बॉल पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चौका मारते रहे। मोहम्मद शमी शुरू में ही एक विकेट ले पाए थे। मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा को 32 ओवरों तक कोई कामयाबी नहीं मिल सकी थी। 36 वें ओवर में ट्रेविस हेड ने सिराज की गेंद पर छक्का मारकर अंतर को और कम कर दिया। तब तक ऑस्ट्रेलिया के 205 रन बन चुके थे। उसे जीत के लिए सिर्फ 35 रन और चाहिए थे। 37वें ओवर में कुलदीप यादव की गेंद पर ट्रेविस हेड ने छक्का मार दिया। ऑस्ट्रेलिया को अब हराना नामुमकिन हो चुका था। कुलदीप यादव ने 10 ओवर फेंके और सबसे ज्यादा 56 रन दिए। उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। सबसे ज्यादा छक्के उनकी ही बॉल पर पड़े। हालांकि 42वें ओवर में ट्रेविस हेड सिराज की बाल पर 137 रन पर आउट हो गए।

क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मुक़ाबले में भारत की पूरी टीम 240 रन बनाकर आउट हो गई। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मैच जीतने के लिए 241 रनों की चुनौती दी है।


ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम शुरुआती ओवरों में ही लड़खड़ा गई। लेकिन बाद में जैसे ही टीम संभलती दिखी, विराट कोहली आउट हो गए। विराट ने अर्धशतक बनाया। केएल राहुल ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। इन दोनों के जाने के बाद फिर कोई खिलाड़ी जम नहीं सका। 35 ओवर में भारत ने 4 विकेट पर 173 रन बना लिए थे। शुरुआती ओवरों में भारत के विटेक गिरे। हालाँकि, रोहित शर्मा ने तेज पारी की शुरुआत दी लेकिन तेज खेलने के प्रयास में ही वह कैच आउट हुए। शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर सस्ते में चलते बने। विराट कोहली और केएल राहुल ने टीम को संभालने की कोशिश की। लेकिन अर्धशतक बनाकर कोहली भी चलते बने। कोहली के बाद आए रवींद्र जडेजा भी जल्दी आउट हो गए। इसके बाद केएल राहुल भी आउट हो गए।

इससे पहले अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया। भारत ने अब तक दो विश्व कप जीते हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया पाँच बार चैंपियन रहा है। जानिए कौन सी टीम मज़बूत दिख रही है? किस टीम का पलड़ा भारी है?

भारत इस विश्व कप में अब तक अजेय है। यानी इसने अब तक कोई भी मैच नहीं हारा है। इसी स्पर्धा में लीग मैचों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक़ाबले में भारत ने आसान जीत दर्ज की थी। भारत के पास सबसे मज़बूत पक्ष यह है कि इसके सभी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। चाहे वे शुभमन गिल की बात हो या फिर मोहम्मद शमी की। वहीं ऑस्ट्रेलिया टीम भी कम नहीं है। यह टीम कभी भी मैच का रुख बदलने का दम रखती है। 

ऑस्ट्रेलिया कड़ी टक्कर देगा। वे जानते हैं कि बड़े मौक़े पर कैसे जीते जाते हैं। वे इस कला में माहिर हैं। यह दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ सेमीफाइनल मैच में भी दिखा था। पिछले विश्व कप मुकाबलों में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने में बढ़िया साबित हुई है।

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ऑस्ट्रेलिया के पास डेविड वार्नर जैसे खिलाड़ी हैं जो अपना आखिरी विश्व कप मैच खेल रहे हैं। कप्तान कमिंस जो हमेशा कठिन परिस्थितियों में बल्ले या गेंद से अच्छा प्रदर्शन करते हैं। स्टीव स्मिथ भी हैं लेकिन उन्होंने अभी तक कुछ खास नहीं किया है। सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड भी भारतीय तेज गेंदबाजों को परेशान कर सकते हैं।
भारतीय टीम भी कम नहीं है। उसके पास करिश्माई कप्तान रोहित शर्मा हैं। फाइनल से पहले रोहित शर्मा ने कहा है, 'मैंने नहीं सोचा था कि ऐसा होगा कि मैं विश्व कप फाइनल में टीम का नेतृत्व करूंगा। यदि आप चाहते हैं और बड़ा सोचते हैं तो चीज़ें हो जाती हैं।'

मौजूदा प्रतियोगिता में सबसे बढ़िया सलामी जोड़ियों में से एक रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाने के लिए पहले 10 ओवरों में गेंदबाजों पर आक्रमण करने का सही तरीका अपनाया है। जहां भारतीय कप्तान ने 10 मैचों में 124.15 की स्ट्राइक रेट से 550 रन बनाए हैं, वहीं गिल ने आठ पारियों में 50.00 की औसत से 350 रन बनाए हैं। 

विराट कोहली आईसीसी विश्व कप 2023 में 10 पारियों में आठ बार 50 रन के आंकड़े को पार कर चुके हैं। वह 101.57 की आश्चर्यजनक औसत से 711 रन के साथ अग्रणी रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।

श्रेयस अय्यर ने भी मध्यक्रम को मज़बूती दी है। उनकी पिछली चार पारियाँ 105, 128*, 77 और 82 थीं। विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल स्टंप के पीछे तो शानदार प्रदर्शन करते ही हैं। बल्ले से राहुल ने 77.20 की औसत से 386 रन बनाए हैं। सूर्यकुमार यादव को बीच में कम समय ही मिले हैं और उन्होंने छह पारियों में 88 रनों का योगदान दिया है।

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पिछले दशक में भारत के अग्रणी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने स्पिन गेंदबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, उन्होंने 10 मैचों में 4.25 की सम्मानजनक इकॉनमी से 16 विकेट लिए हैं। 

गेंदबाजों में मोहम्मद शमी, जसप्रित बुमरा, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन बढ़िया रहा है। मोहम्मद शमी ने कमाल ही कर दिया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी मैच में उनके 7/57 रन ने वनडे में किसी भारतीय द्वारा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड बनाया। शमी ने छह मैचों में 23 विकेट हासिल किए हैं, जिसमें तीन बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। बूमराह और सिराज पावरप्ले ओवरों में महत्वपूर्ण रहे हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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