सोशल मीडिया पर आज सुबह से टेलीप्रॉम्पटर प्राइम मिनिस्टर ट्रेंड कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट के बाद इसमें तेजी आ गई। बीजेपी के युवा नेता तेजिंदर पाल बग्गा इस मामले में बचाव में उतरे और उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को इतना उत्तेजित होने की जरूरत नहीं है। वो ये नहीं समझ रहे हैं कि ये गड़बड़ी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की ओर से हुई है। करीब 65 हजार लोग टेलीप्राम्पटर प्राइम मिनिस्टर पर कुछ न कुछ कह चुके हैं। दुनिया के तमाम देशों में वहां के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति टेलीप्राम्पटर के जरिए ही अपना संबोधन करते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री का जिक्र यहां दूसरे संदर्भ में हो रहा है। इसकी वजह है संबोधन के समय तकनीकी समस्या खड़ी हो जाना।
इसके बाद वो सामने देखने लगे। उसके हाव-भाव बदलते रहे, वो फिर से माइक्रोफोन की ओर मुड़े और अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाकर देखा, फिर नीचे देखा और अपने दाहिने कान में एक ईयरफोन लगाया और फिर से ऊपर देखा। इसके बाद मोदी ने कहा - "क्लाउस (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के चेयरमैन क्लाउस श्वाब) ... ठीक से सुनाई दे रहा है?"
इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2022
क्लाउस श्वाब ने उन्हें जवाब दिया: "मैं आपको सुन रहा हूं।" जब श्वाब बोल ही रहे थे, तब मोदी ने कहा: "और, और हमारे दुभाषिए की आवाज भी सभी तक पहुंच रही है?"
Don’t those getting excited at the tech glitch not realise that the problem was at WEF’s end? They were not able to patch PM, so requested him to start again, which is evident in the way Klaus Schwab said that he will again give a short introduction and then open up the session… pic.twitter.com/hoxctPn75E
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) January 17, 2022
प्रधानमंत्री के इस हिस्से की क्लिप सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा - इतना झूठ टेलीप्रॉम्पटर भी नहीं झेल पाया। कुछ लोगों ने राहुल गांधी के उस पुराने वीडियो को भी वायरल किया, जिसमें राहुल ने मोदी को बहुत पहले टेलीप्रॉम्पटर प्रधानमंत्री घोषित किया था।
#TeleprompterPM@RahulGandhi ❤️ pic.twitter.com/l3fBjoxGG0
— Abhijit Patil (@PatilAbhi_) January 18, 2022
पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट किया: “लगता है कि पीएमओ में कुछ गरीब तकनीशियन आज अपनी नौकरी खो देंगे। उम्मीद है कि उन पर देशद्रोह / यूएपीए का आरोप नहीं लगाया जाएगा।
कांग्रेस के गौरव पांधी ने पोस्ट किया: "दावोस में डब्ल्यूईएफ को संबोधित करते समय, 'टेलीप्रॉम्प्टर' बंद हो गया और ग्रेट ऑरेटर को उनके भाषण का कोई पता नहीं था और क्या बोलना है। इनके अलावा भी तमाम विपक्षी दलों के नेता इस पर बयान देकर चुटकी ले रहे हैं।
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