बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने भले ही मेडल गंगा में बहाने का फ़ैसला टाल दिया है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। जानिए, राजस्थान दौरे से पहले उनका विरोध क्यों।
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को महिला पहलवानों की कितनी फिक्र है? क्या गोल्ड मेडल जीतने वाली इन पहलवानों के प्रदर्शन से ईरानी को आपत्ति है? जानें उन पर सोशल मीडिया यूज़र क्या आरोप लगा रहे हैं।
क्या संवेदनशील ख़बरें भी अब सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली तसवीरों के आधार पर बिना पुष्टि की दी जाएँगी? ऐसे में ख़बरों की विश्वसनीयता कैसे रहेगी? जानिए, पेंटागन के पास विस्फोट की फ़ेक ख़बर कैसे चलाई गई।
वर्ष 2021 में जब कॉर्डेलिया क्रूज पर कथित 'रेव पार्टी' और आर्यन खेन का नाम आया था तो मुख्यधारा मीडिया ने इसे कैसे पेश किया था? आर्यन के ख़िलाफ़ किस तरह का माहौल बनाया गया था?
ट्विटर ब्लू टिक की अजीबो-गरीब हरकतें हैं। पहले वेरिफाइड की निशानी थी। फिर पैसे दो ब्लू टिक खरीदो का फरमान! और अब फिर से ब्लू टिक कुछ लोगों को मुफ्त में ही....। ये हो क्या रहा है ट्विटर में!
ट्विटर ब्लू टिक को लेकर सोशल मीडिया पर अजीब सी बहस छिड़ी है। यह बहस इसलिए कि ट्विटर ने ब्लू टिक के लिए नियम बदले हैं। जानें, यह बदलाव किस रूप में आया है।
ट्विटर ने कई जगहों पर आज से उस नये नियम को लागू कर दिया है जिसमें ब्लू टिक के लिए भुगतान करना होता है। और इस नये नियम के आते ही कई बड़ी हस्तियों के ब्लू टिक गायब हो गए हैं। जानिए, बड़े नाम कौन कौन।
ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसे फ़ेसबुक पेजों की पहचान की है जो बीजेपी से जुड़े हैं और विपक्ष के ख़िलाफ़ प्रॉपगेंडा फ़ैलाने के लिए करोड़ों का विज्ञापन देते हैं। अभिषेक कुमार की रिपोर्ट में पढ़िए कैसे काम करते हैं ये नेटवर्क।
शाहरुख ख़ान की फिल्म पठान पर विवाद के बीच ही अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के एक पुराने वीडियो को लेकर क्यों बवाल मचा है? जानिए ईरानी के वेशभूषा को लेकर क्या कहा गया।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के एक वीडियो को लेकर बीजेपी ने दावा किया है कि पाकिस्तान समर्थित नारा लगाया गया है और कांग्रेस पर निशाना साधा है। जानिए, जवाब में कांग्रेस ने क्या कहा।
मेटा प्लेटफॉर्म्स के तहत आने वाले फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सऐप में कर्मचारियों की छँटनी के बीच अब इनके कर्मचारियों ने खुद से इस्तीफा देना क्यों शुरू कर दिया?