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राजस्थान दौरे से पहले ट्विटर पर 'मोदी वापस भागो' ने क्यों ट्रेंड किया?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बुधवार के अजमेर यात्रा से पहले ट्विटर पर काफ़ी हलचल है। अजमेर में तो कुछ समूह विरोध कर ही रहे हैं उसका असर सोशल मीडिया पर भी दिख रहा है। ट्विटर पर 'मोदी वापस भागो' और 'मोदी गो बैक' जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का विरोध करने वाले कई यूज़रों ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की है जिसमें सड़क पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है- 'मोदी गो बैक'। ऐसी ही एक तस्वीर के साथ जाट यूनिटी नाम के यूज़र ने लिखा है, 'मोदी जी अगर आप पीएम पद की गरिमा का ख्याल रखते तो आपका भी सम्मान हम वैसे ही करते! लेकिन आपने तो पद और देश दोनों को शर्मशार किया है देश की बेटियां रो रही हैं और आपको फर्क नहीं पड़ता!'

इन्होंने ट्वीट में जिन बेटियों को रोने का ज़िक्र किया है वह मामला महिला पहलवानों से जुड़ा है। ये महिला पहलवान यौन उत्पीड़न के मामले में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की मांग कर रही हैं। ये क़रीब एक महीने से प्रदर्शन कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद आरोपी बीजेपी सांसद पर एफ़आईआर तो दर्ज की गई, लेकिन गिरफ़्तारी अभी भी नहीं हो पाई।

जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने रविवार को नए संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश की थी। इसी दिन नये संसद भवन का उद्घाटन किया गया था। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को रोक दिया था और उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की। इस दौरान भारत के शीर्ष पहलवानों को पुलिस बलों द्वारा घसीटा गया और हिरासत में ले लिया गया था। उन पर दंगा करने, ग़ैर-क़ानूनी रूप से इकट्ठा होने और एक लोक सेवक को उसकी ड्यूटी करने से रोकने का आरोप लगाया गया। उन पर एफ़आईआर भी दर्ज की गई। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर में धरना स्थल से टेंट, गद्दे और अन्य हर सामान को धरना स्थल से हटा दिया। इन घटनाक्रमों के बाद पहलवानों ने मेडल को गंगा नदी में फेंकने का फ़ैसला किया था। लेकिन फ़िलहाल उन्होंने इस कार्यक्रम को पाँच दिनों के लिए टाल दिया है। 

इसी बीच खबर आई है कि प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को राजस्थान के दौरे पर रहेंगे और अजमेर में जनसभा को संबोधित करेंगे। कहा जा रहा है कि पीएम का अजमेर से 13 किलोमीटर दूर पुष्कर का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। पीएम पुष्कर में ब्रह्मा जी के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। 
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प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब कुछ महीने में ही राजस्थान विधानसभा के चुनाव हैं और क़रीब एक साल में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। कहा जा रहा है कि अजमेर से प्रदेश की कुल 40-42 विधानसभा सीटों को प्रभावित करने की तैयारी है। प्रदेश की 8 लोकसभा की सीटों पर भी प्रभाव डालने की कोशिश है। उनकी अजमेर में हो रही जनसभा को चुनावी माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की इसी यात्रा से पहले ट्विटर पर उनके ख़िलाफ़ हैशटैग ट्रेंड करने लगा। सिया चौधरी नाम की एक यूज़र ने लिखा है, 'ये राजस्थान है, गुजरात समझे थे क्या।'
सारु चौधरी नाम की यूज़र ने ट्वीट किया है, 'पहले किसान फिर जवान और अब पहलवान। एक एक आंसू का हिसाब लिया जाएगा इस तानाशाही सरकार से।'
एक अन्य यूज़र राधे मीणा ने 'मोदी गो बैक' हैशटैग के ट्रेंड करने के स्क्रीनशॉट को साझा करते हुए लिखा है, 'राजस्थान आने पर राजस्थानियों ने मोदी जी का दिल खोलकर किया स्वागत। किसान कौम, बेरोजगार, महंगाई से त्रस्त आम जनता, ERCP, पहलवान को‌ न्याय के सम्मान में राजस्थान मोदी जी का स्वागत कर रहा है, इतना स्वागत कौन करता है।'

जितेंद्र चौधरी नाम के यूज़र ने ट्वीट किया है, 'राजस्थान वीरों की पवित्र भूमि है, राजस्थान का इतिहास रहा है कि हमने बहन बेटियों की इज्जत पर आँच नहीं आने दी, कभी उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया। जिस इंसान ने एक आरोपी को बचाने में पूरी सरकार लगा रखी है उसे इस पावन धरा पर आने का कोई हक नहीं है।'

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क़मर वहीद नक़वी
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