चुनावी घमासान में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों एक-दूसरे की नक़ल पर उतारू हैं। दोनों ही प्रचार की एक जैसी शैली अपना रहे हैं। और इस लड़ाई में सबसे दिलचस्प यह है कि बीजेपी को अब उस तथाकथित ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के नारे भी ‘राष्ट्रवादी’ लगने लगे हैं, जिसके ख़िलाफ़ बीजेपी ने कभी आसमान सिर पर उठा लिया था। और जेएनयू को बदनाम करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी।
यही नहीं, दोनों पार्टियों के वीडियो में एक और समानता है। दोनों ही वीडियो गली ब्वॉय के पॉपुलर रैप साँग पर बनाए गए हैं। दोनों ही वीडियो अपने-अपने रैप साँग में लगभग एक तरह की ही लाइनों पर एक-दूसरे पर राजनीतिक हमले कर रहे हैं।
बीजेपी कहती रही देशद्रोही
बीजेपी के वीडियो को देखने के बाद आप भी यह सवाल पूछने के लिए मज़बूर होंगे कि जिन नारों को लेकर बीजेपी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों को ‘देशद्रोही’ बताती रही, इसके बदले कथित राष्ट्रवाद के नाम पर चुनावी फ़सल काटती रही, आख़िरकार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उसे ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के ‘आज़ादी’ के नारे को इस्तेमाल करने की क्या ज़रूरत पड़ गई?
While @RahulGandhi will stay up all night wondering what new lies to peddle tomorrow morning, we leave you with this goal for 2019.
— BJP (@BJP4India) February 8, 2019
Have a happy friday night, people! :) pic.twitter.com/WOXOJ1QPYO
‘आज़ादी’ के नारों पर हुई ख़ूब राजनीति
आपको याद दिला दें कि 9 फरवरी, 2016 को जेएनयू परिसर में हुए एक कार्यक्रम में कन्हैया और उनके साथियों ने ‘आज़ादी’ के नारे लगाए थे। लेकिन बीजेपी ने इसे इस तरह से प्रचारित किया कि ये छात्र देश से आज़ादी की माँग कर रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया था कि इस कार्यक्रम में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए गए थे।
इन आरोपों के चलते जेएनयू छात्रसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके दो साथियों उमर ख़ालिद और अनिर्बन को गिरफ़्तार कर लिया गया था।
डर के आगे आज़ादी। #Azadi pic.twitter.com/WGHw3Q7Ndo
— Congress (@INCIndia) February 8, 2019
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