संसद का शीतकालीन सत्र एक दिन पहले ही खत्म हो गया। सरकार ने तमाम विधेयक पास कराने के आंकड़े देकर कहा कि सत्र अपने मकसद में कामयाब रहा। लेकिन विपक्ष के हंगामे की विजह से सत्र ठीक से नहीं चल पाया। राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने भी सांसदों को आत्मनिरीक्षण की सलाह दी। लेकिन यह सवाल तो बनता ही है कि शीतकालीन सत्र को दरअसल किसने नहीं चलने दिया सरकार ने या विपक्ष ने ?