योगी आदित्यनाथ को बीजेपी ने गोरखपुर शहरी क्षेत्र से बहुत सोच समझकर उतारा है। वह कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। अन्यथा जिस जोरशोर से अयोध्या और मथुरा का प्रचार हुआ था और पार्टी के नेता इसे हिन्दूवादी राजनीति के लिए मास्टरस्ट्रोक बता रहे थे, वे रिस्क फैक्टर के चलते पीछे हट गए। जानिए पूरी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की पहली सूची अभी आई है, लेकिन सूची आते ही विवाद हो गया है। कांग्रेस के चुनाव अभियान की पोस्टर गर्ल ने टिकट के लिए रिश्वत का आरोप लगाया है। जानिए पूरा मामला।
हरिद्वार धर्म संसद में नफरती भाषण देने वाले कथित संत यति नरसिंहानंद पर अवमानना की कार्यवाही चलाने के लिए एक एक्टिविस्ट ने भारत के अटॉर्नी (एजी) जनरल से उनकी अनुमति मांगी है। अटॉर्नी जनरल की नियुक्ति भारत सरकार करती है। केंद्र में इस समय बीजेपी की सरकार है। क्या मोदी सरकार यह अनुमति एजी को देगी।
यूपी में ओबीसी आधार वाली एक और पार्टी अपना दल में भी टूट शुरू हो गई है। विधायक चौधरी अमर सिंह ने सपा में जाने की घोषणा कर दी है। अपना दल की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर राजनीतिक फैसला लेने का दबाव बढ़ गया है। विधायक कह रहे हैं, बीजेपी से गठबंधन तोड़कर सपा से किया जाए।
बीजेपी अब केशव प्रसाद मौर्य के आगे रखकर ओबीसी मुद्दे की धार कमजोर करना चाहती है। मौर्य कितनी मदद कर पाएंगे, चुनाव अभियान शुरू होते ही स्थिति साफ हो जाएगी। पढ़िए पूरा विश्लेषण।
यूपी बीजेपी से विधायकों का पलायन लगातार जारी है। अब 14वें विधायक के रूप में बाला प्रसाद अवस्थी ने भी बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है। पूरी कहानी जानिए।
बीजेपी में 8 ओबीसी विधायक अभी तक पार्टी छोड़ चुके हैं। जिनमें तीन मंत्री भी शामिल हैं। ताजा नाम डॉ धर्म सिंह सैनी का है। किसी पार्टी से इतने बड़े पैमाने पर ओबीसी नेताओं का मोहभंग बता रहा है कि बीजेपी का हिन्दुत्व का एजेंडा उसी पार्टी के तमाम नेताओं को नामंजूर है।
पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को बीजेपी अभी भी मुद्दा बनाना चाहती है। आज शाम को जिस तरह बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री बयान देने उतर पड़े, उससे यही लगता है। लेकिन इसकी एक खास वजह भी है, उसे जानिए इस पूरी स्टोरी में।
ओबीसी नेताओं के इस्तीफे पर दबाव में आई बीजेपी फिलहाल निषाद पार्टी को साधने में सफल रही है। बीती रात देर तक निषादों के नेता डॉ. संजय निषाद के साथ पार्टी आलाकमान ने बैठक की। उनको सीटें आफर कीं। जानिए पूरी कहानी।
बीजेपी ने अब सपा की ओबीसी पॉलिटिक्स का जवाब देना शुरू कर दिया है। आज उसने कांग्रेस और सपा के दो ओबीसी विधायकों को पार्टी में शामिल कराया। उधर, सपा के नाराज विधायकों की खबर भी आ रही है। जानिए पूरा घटनाक्रम।
बीजेपी के एक और विधायक विनय शाक्य को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। वो भी सपा में जा रहे हैं। लेकिन उनके घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। जानिए पूरी कहानी।