गहलोत ने बुलाई बैठक
इस बीच, गहलोत ने जयपुर के फ़ेयरमॉन्ट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई। माना जा रहा है कि गहलोत अपनी तैयारियों को पुख़्ता कर लेना चाहते हैं। बैठक में गहलोत के अलावा कांग्रेस नेता अजय माकन, राजस्थान कांग्रेस के नव-नियुक्त अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।इससे पहले सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के बाग़ी विधायकों के ख़िलाफ़ अदालत में कड़ा रुख अपनाया। पार्टी के वरिष्ठ नेता और मशहूर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने राजस्थान हाई कोर्ट में स्पीकर की ओर से पैरवी करते हुए कहा था कि बाग़ी विधायक स्पीकर पर फ़िलहाल सवाल उठा ही नहीं सकते।
इससे पहले 17 जुलाई को हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि 21 जुलाई की शाम 5.30 बजे तक विधानसभा अध्यक्ष बाग़ी नेता सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 अन्य विधायकों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं करेंगे।
पिछली सुनवाई के दौरान पायलट का पक्ष रखते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने अदालत से कहा था कि जब कोई विधायक मुख्यमंत्री के भ्रष्ट आचरण और निरंकुश कामों के ख़िलाफ़ बोलता है और केंद्रीय नेतृत्व को इस बारे में बताता है तो यह विद्रोह नहीं है बल्कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के तहत किया गया काम है।
कथित ऑडियो टेप पर बवाल
इसके अलावा राजस्थान की सियासत में कथित ऑडियो टेप सामने आने के बाद बवाल मच गया है। गहलोत सरकार ने एक्शन में आते हुए कथित ऑडियो टेप को लेकर शेखावत व कांग्रेस के बाग़ी विधायक भंवर लाल शर्मा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली थी।कांग्रेस का कहना है कि ऑडियो टेप में बातचीत के दौरान पैसे के लेन-देन को लेकर और गहलोत सरकार को गिराने की साज़िश रची जा रही है।कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा था कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं और इन ऑडियो टेप में उनकी आवाज़ नहीं है।
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