राजस्थान में चल रहे सियासी रण में लगता है कि कांग्रेसी रणबांकुरे भी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं। गुरूवार सुबह विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पीछे न हटने के मंसूबे ज़ाहिर कर दिए। इससे पहले उन्होंने अपनी याचिका पर सुनवाई होने के बाद भी इसे वापस ले लिया था। जोशी के फिर से सुप्रीम कोर्ट पहुंचने से सूबे की सियासत गर्मा गई है।
इस तरह, स्पीकर ने बाग़ी विधायकों को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा 24 जुलाई तक फ़ैसला न लेने के आदेश को एक बार फिर चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अरूण मिश्रा, जस्टिस बी.आर.गवई और जस्टिस कृष्णा मुरारी की बेंच इस मामले में सुनवाई की थी। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राजस्थान हाई कोर्ट में चल रही प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई जा सकती।
14 अगस्त से विधानसभा सत्र
दूसरी ओर, सरकार और राजभवन के बीच विधानसभा सत्र बुलाने के लिए चल रही जोर-आज़माइश के बीच राज्यपाल कलराज मिश्रा ने बुधवार रात को 14 अगस्त से विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश दे दिया था। गहलोत सरकार 31 जुलाई से ही सत्र बुलाना चाहती थी और इसीलिए वह तीन बार राजभवन को प्रस्ताव भेज चुकी थी लेकिन हर बार प्रस्ताव लौटा दिया गया था।
हाई कोर्ट में होगी सुनवाई
दूसरी ओर, बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में विलय को रद्द करने की मांग को लेकर बीजेपी की ओर से फिर से दायर की गई याचिका पर राजस्थान हाई कोर्ट में आज सुनवाई होगी। यह याचिका बीजेपी विधायक मदन दिलावर की ओर से दायर की गई है। बीएसपी की ओर से भी इसी मांग को लेकर अदालत में याचिका दायर की गई है।
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