कांग्रेस आलाकमान द्वारा उप मुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट आज यानी बुधवार सुबह दिल्ली में प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर अपनी बात रखेंगे।
आलाकमान की कार्रवाई के बाद पायलट ने ट्वीट कर कहा, ‘सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।’ साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस से जुड़ा परिचय भी हटा दिया है। अब उनके ट्विटर बायो में लिखा है कि वह टोंक सीट से विधायक हैं और केंद्र सरकार में आईटी, टेलीकॉम और कॉरपोरेट मामलों के मंत्री रहे हैं।
पायलट के अलावा उनके क़रीबी विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है। गोविंद सिंह डोटासरा को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इन फ़ैसलों की जानकारी दी।
कांग्रेस ने पायलट के एक मजबूत समर्थक और विधायक मुकेश भाकर को राजस्थान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटा दिया है। भाकर ने ट्वीट कर कहा था, ‘कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी और वो हमें मंजूर नहीं।’ भाकर लाडनूं सीट से विधायक हैं।
सुरजेवाला ने कहा, ‘कांग्रेस नेतृत्व ने सचिन पायलट से दो बार बात की, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस कार्यसमिति के वरिष्ठ सदस्यों ने भी कई बार पायलट से बात की, हमने पायलट और अन्य विधायकों से अपील की कि उनके लिए सारे दरवाजे खुले हुए हैं लेकिन वे बीजेपी के षड्यंत्र में फंसकर राजस्थान सरकार को गिराने की साज़िश में शामिल हो गए।’ सुरजेवाला ने कहा कि इसे क़तई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
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