राजस्थान सरकार में मंत्री सालेह मोहम्मद ने रविवार को अपने इलाक़े पोखरण के एक शिव मंदिर में पूजा- अर्चना की। सालेह मोहम्मद के पूजा करने के फ़ैसले से स्थानीय लोग चौंक गए। लेकिन मंदिर के पुजारी मधु चंगानी ने कहा है कि इसमें चौंकने जैसा कुछ नहीं है क्योंकि मंत्री बनने से पहले भी सालेह वहाँ पूजा करने आए थे। सालेह ने विधानसभा चुनाव में कड़े मुकाबले में पोखरण सीट पर महंत प्रतापपुरी को हराया था। उनकी यह जीत ज़्यादा अहम इसलिए भी है कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सिफ़ारिश पर ही प्रतापपुरी को पोखरण की टिकट दी थी। इसके बाद आदित्यनाथ ने इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था और ख़ुद चुनाव प्रचार करने पोखरण गए थे। इसके बावजूद बीजेपी उम्मीदवार की हार हुई और सालेह चुने गए।
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद वह पहली बार रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र पहुँचे। पुजारी के अनुसार, 'मोहम्मद सालेह का मंदिर के साथ जुड़ाव है और उन्होंने हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार भगवान शिव की पूजा की। यह पूजा आधे घंटे तक हुई। सालेह ने भगवान शिव को दूध और शहद भी चढ़ाया’।
सालेह मोहम्मद ने कहा, 'पश्चिमी राजस्थान साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए जाना जाता है। हिंदू और मुसलमान दोनों ही बाबा रामदेवजी को मानते हैं। मैं मंदिर में अपनी व्यक्तिगत आस्था की वजह से जाता हूँ।'
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