मुसीबतों से पार पाना वसुन्धरा के लिए आसान नहीं होगा। केन्द्रीय नेतृत्व के साथ भी उनके रिश्ते बेहतर नहीं हैं, ऐसे में उनके लिए पार्टी को जिताना बड़ी चुनौती है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार कम से कम पांच हिंदू संत टिकट पा सकते हैं। इसमें से चार संतों ने भाजपा तो एक ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
राजस्थान बीजेपी जातियोँ की एक ऐसी इंजीनियरिंग करने की कोशिश में है जिससे प्रभावशाली जातियोँ की नाराज़गी को दूर किया जा सके और वे पार्टी के लिए सफल मोहरे साबित हों।