तीसरी बार राजस्थान के सीएम बनने जा रहे अशोक गहलोत को काफ़ी तेज़-तर्रार और कुशल राजनेता माना जाता है। हाल के गुजरात और कर्नाटक के विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने यह बात साबित कर दी थी।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिज़ोरम और तेलंगाना में तसवीर अब साफ़ होने लगी है। तेलंगाना में टीआरएस बहुमत की ओर बढ़ चुकी है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनावी मुक़ाबला बेहद रोमांचक रहा।
राजस्थान के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे सरकार को अपनी भ्रष्ट छवि के कारण जाना पड़ा लेकिन सवाल यह है कि जनता के असल मुद्दों पर बीजेपी और कांग्रेस ने बात करने की ज़रूरत नहीं समझी।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम के नतीजों के लिए मतगणना 8 बजे से शुरू होगी। इन राज्यों के नतीजों को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच काफी कड़ा मुकाबला है। तेलंगाना में कांग्रेस-तेलुगू देशम पार्टी का गठबंधन टीआरएस को टक्कर दे सकता है। चुनाव नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।
राजस्थान के विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने असल मुद्दों पर बात करने के बजाय जाति, धर्म, गोत्र के मुद्दों में जनता को उलझाने की कोशिश की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमान पर दिए गए बयान को लेकर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। लेकिन क्या वास्तव में योगी ने हनुमान को दलित बताया था।
किसानों की कर्ज़ माफ़ी को कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाया है। कांग्रेस ने लड़कियों को मुफ़्त शिक्षा देने और बेरोजगारों को साढ़े तीन हजार रुपए मासिक भत्ता देने का वादा किया है।
राहुल गाँधी सोमवार को पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर गए। वह इससे पहले भी कई मंदिर जा चुके हैं। वे एक नीति के तहत बीजेपी के उग्र हिन्दुत्व का जवाब 'नरम हिन्दुत्व' से देना चाहते हैं।
बीजेपी ने राजस्थान में बाग़ी चार मंत्रियों और सात अन्य वरिष्ठ नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर ये नेता बाग़ी हो गए थे।
राहुल ने राजस्थान के नेता सी पी जोशी के बयान को कांग्रेस के मूल्योे के ख़िलाफ़ बताया। जोशी ने कहा था, ब्राह्मण ही हिन्दुत्व पर इतना जानते हैं कि बोल सकते हैं।
कांग्रेस ने भंवरी देवी हत्याकांड के दो अभियुक्तों के परिजनों को चुनाव का टिकट देकर मुसीबत खड़ी कर ली है। क्या राहुल इन उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे?