राजस्थान में मंत्रिमंडल का विस्तार होने के बाद भी कांग्रेस के कुछ विधायक नाराज़ हैं। गहलोत इन्हें कैसे मना पाएंगे और क्या गहलोत और पायलट खेमे अब मिलकर काम करेंगे?
भगवान राम के नाम पर ही राजस्थान बीजेपी में ऐसा घमासान मचा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश मेघवाल ने अपनी ही पार्टी के नेता और विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया के ख़िलाफ़ निंदा प्रस्ताव लाने की बात कह दी थी।
आरसीपी सिंह ने भी पार्टी नेताओं के बीच किसी तरह का मतभेद होने की ख़बरों को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी में सिर्फ़ एक ही नेता हैं, उनका नाम नीतीश कुमार है।
आदिवासी समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह भगवा झंडा बीजेपी और संघ परिवार की ओर से लगाया गया है और यह आदिवासी समुदाय की पहचान और संस्कृति के ख़िलाफ़ है।
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर आरोप है कि उन्होंने राजस्थान बीजेपी के नेता कैलाश मेघवाल के साथ बदसलूकी की और इसमें मेघवाल के कपड़े फट गए।