कोरोना संक्रमण की भयावह रफ़्तार कई राज्यों में लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। बड़ी संख्या में लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं तो जानें भी जा रही हैं। इसी बीच, आईआईटी जोधपुर में क़रीब 70 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इनमें छात्र और स्टाफ़ के लोग शामिल हैं। संक्रमित छात्रों में से अधिकांश ओडिशा के हैं और वे अपने शहरों से हाल ही में वापस लौटे हैं।
चीफ़ मेडिकल हेल्थ अफ़सर (सीएमएचओ) पी. सिंह ने कहा है कि 11 मार्च को कोरोना से संक्रमित कुछ लोग यहां आए थे। वे चंडीगढ़, गुजरात और जयपुर से थे। इसके बाद से ही संक्रमण के मामले बढ़ने लगे।
उन्होंने कहा कि आईआईटी जोधपुर में अब तक लगभग 65-70 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं और इनमें से 55-60 एक्टिव मामले हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इनमें से कोई भी गंभीर मामला नहीं है।
एनडीटीवी के मुताबिक़, सीएमएचओ ने कहा कि कैंपस के G3 ब्लॉक को माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन घोषित कर दिया गया है। कैंपस के प्रवक्ता ने कहा है कि संक्रमित स्टूडेंट्स को कैंपस के एक हॉस्टल में क्वारेंटीन किया गया है और सभी ज़रूरी चीजों का ख्याल रखा जा रहा है।
सख़्त क़दम उठाए
बीते कुछ दिनों से राजस्थान में संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं और इसे देखते हुए राज्य सरकार ने कुछ सख़्त क़दम भी उठाए हैं। इसके तहत नाइट कर्फ्यू लगाना, मल्टीप्लेक्स, जिम, कक्षा 1 से 9 तक के स्कूलों को 19 अप्रैल तक बंद करना आदि शामिल हैं। बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 1,729 मामले सामने आए हैं। अब तक कुल 2,829 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हो चुकी है।
1 लाख से ज़्यादा मामले
देश में पहली बार कोरोना संक्रमण के 1 लाख से ज़्यादा मामले आए हैं। बीते 24 घंटों में संक्रमण के 1 लाख 3 हज़ार 558 मामले दर्ज किए गए और 478 लोगों की मौत हुई है। कोरोना की पहली लहर में भी सबसे बड़ा आंकड़ा पिछले साल 16 सितंबर को आया था। यह आंकड़ा 97 हज़ार 894 था। महाराष्ट्र में भी संक्रमण की रफ्तार तेज है और रविवार को 57 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।
कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली है। इसमें फ़ैसला लिया गया है कि केंद्र की ओर से महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में टीमें भेजी जाएंगी। इन टीमों में स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
अपनी राय बतायें