राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के बीच सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि 109 विधायक बैठक में पहुंचे हैं। कांग्रेस ने रविवार रात को भी इतने ही विधायकों का समर्थन होने का दावा किया था। हालांकि मीडिया में आई ख़बरों में कहा गया है कि विधायकों की संख्या 102 थी।
इस दौरान गहलोत व पार्टी विधायकों ने जीत का चिह्न (विक्ट्री) दिखाते हुए इस बात का संदेश देने की कोशिश की कि सरकार पर आया संकट टल गया है।
सुरेजवाला ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों से भी बातचीत की गई है। अगर कोई समस्या है तो कांग्रेस आलाकमान इसका हल निकाल लेगा लेकिन व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के कारण राजस्थान की सरकार को अस्थिर करना गलत है। सुरजेवाला ने कहा कि हम कांग्रेस के सभी विधायकों से अपील करते हैं कि वे इस बात को समझें कि राजस्थान का हित व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा से बड़ा है।
सुरजेवाला ने कहा कि अगर आप परिवार से टूट कर कहीं जाएंगे तो आपका भी नुक़सान होगा और परिवार का भी लेकिन हमें उम्मीद है कि हमारे साथी ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस आलाकमान हर मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार है।
गहलोत के करीबियों के यहां छापे
‘इंडिया टुडे’ के मुताबिक़, आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने सोमवार सुबह दिल्ली और राजस्थान में कई जगहों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर की गई है। बताया गया है कि छापेमारी की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी।
इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के बिजनेस पार्टनर रविकांत शर्मा से विदेश से आए करोड़ों रुपये के बारे में भी पूछताछ कर रहा है। पिछले दिनों ही ईडी ने रविकांत शर्मा को नोटिस भेजा था। कांग्रेस ने राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र अरोड़ा के ठिकानों पर चल रही छापेमारी पर सवाल उठाए हैं।
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