पंजाब कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने सोमवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद बिट्टू के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने की अटकलें लगने लगी हैं।
रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना से सांसद हैं और बीते कुछ महीनों में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोलते रहे हैं।
बहरहाल, बिट्टू के नजदीकी सूत्रों ने इस बात से इनकार किया है कि वह बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। अहम बात यह है कि रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में भी हैं। बिट्टू पंजाब युवक कांग्रेस के पहले निर्वाचित अध्यक्ष भी रहे हैं।
रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह के पोते हैं। क्योंकि पंजाब से आतंकवाद को खत्म करने में बेअंत सिंह की बड़ी भूमिका मानी जाती है इसलिए बिट्टू पंजाब में एक जाना पहचाना चेहरा हैं।
सरदार बेअंत सिंह की आतंकवादियों ने 1995 में एक बम धमाके में हत्या कर दी थी।
बीते दो साल में जिस तरह कई युवा नेता कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी के पाले में गए हैं, उससे ऐसी मुलाक़ात पर इस तरह की आशंकाओं का जन्म लेना स्वाभाविक है। रवनीत सिंह बिट्टू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी नेताओं में गिने जाते हैं।
पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी
विधानसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस की बड़ी हार हुई है और चुनाव नतीजे आने के 25 दिन बाद भी वह प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, यह तय नहीं कर सकी है। कई बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में हैं लेकिन पार्टी अब तक इस पर सर्वसम्मति नहीं बना सकी है। इसके पीछे वजह पार्टी नेताओं की गुटबाजी और खींचतान है।
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