पंजाब के दौरे पर पहुँचे राहुल गांधी के सामने भी यह सवाल उठा कि आख़िर पंजाब में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का दावेदार कौन है? यह सवाल तब उठा जब कांग्रेस की चुनाव की वर्चुअल रैली थी। नवजोत सिद्धू ने राहुल गांधी से कहा कि वह पंजाब में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पर उनके फ़ैसले को स्वीकार करेंगे। इस पर राहुल गांधी ने जवाब भी दिया। लेकिन उन्होंने क्या कहा, इससे पहले यह जान लें कि पंजाब कांग्रेस में क्या चल रहा है।
हाल के दिनों में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ उनकी सत्ता की होड़ ने कांग्रेस के अभियान को नुक़सान होने के कगार पर पहुँचा दिया है। सिद्धू इससे पहले भी एक कार्यक्रम में कह चुके हैं कि वह मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर शोपीस बनकर नहीं रहेंगे। इस संदर्भ में सिद्धू का आज का यह बयान काफ़ी अहम है।
सिद्धू ने आज कहा, 'लोगों के मन में यह सवाल है कि उन्हें (पंजाब में) इस संकट से कौन बचाएगा। और रोडमैप क्या है। और तीसरा सवाल जो लोग पूछ रहे हैं कि इन सुधारों को लागू करने वाला चेहरा कौन है।' उन्होंने आगे कहा, 'एक अनुशासित सैनिक की तरह मैं राहुल गांधी को विश्वास दिलाता हूं कि मैं उनके फ़ैसले का पालन करूंगा।'
मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि आज जब मैं आ रहा था तब गाड़ी में नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल है कि पंजाब में कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा?
चन्नी जी, सिद्धू जी, पंजाब की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि हम CM उम्मीदवार का नाम घोषित करें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 27, 2022
मेरा वादा है कि जल्द ही आप सभी की पसंद का एक नाम आपके सामने रखेंगे।
पंजाब के बाक़ी सभी नेता और मैं मिलकर नई सरकार को मज़बूत करेंगे।
वर्चुअल रैली के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने विरोधियों को करारा जवाब दिया। मंच पर सिद्धू को बुलाकर गले लगाया और कहा कि इससे बड़ा सबूत और क्या दूं कि हम साथ-साथ हैं।
चन्नी ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू मेरे बड़े भाई हैं। उन्होंने आगे कहा राहुल गांधी जी आपसे विनती है, जो सही लगे उसे चेहरा घोषित कीजिए। मुझे किसी पद की चाहत नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 'अब दूसरी पार्टी वाले पूछते हैं कि चेहरा कौन है? किसी को भी चेहरा बनाओ। मैं उसी के लिए कैंपेन करूंगा। मुझे जो मिला, उससे ज़्यादा क्या मांग सकता हूं?'
इससे पहले राहुल गांधी कांग्रेस के प्रत्याशियों के साथ अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर पहुंचे और वहां मत्था टेका। स्वर्ण मंदिर के बाद राहुल गांधी दुर्गियाना मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल भी गए। इसके बाद वह जालंधर गए और मीठापुर में आयोजित एक वर्चुअल रैली को संबोधित किया।
राहुल के साथ मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित पार्टी के तमाम मंत्री और पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
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