किसानों के आंदोलन से हलकान मोदी सरकार घिरती जा रही है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल ने तो उससे नाता पहले ही तोड़ लिया था अब पार्टी के पूर्व प्रधान सरदार प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र सरकार को पद्म विभूषण अवार्ड लौटा दिया है। बादल भारत की सियासत के सबसे बुजुर्ग और तजुर्बेकार नेता हैं। बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहने के अलावा केंद्र सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
मोदी सरकार की मुश्किल इसलिए बढ़ रही है क्योंकि पंजाब के कई मशहूर गायकों के अलावा हरियाणा के नामी खिलाड़ी भी किसानों के समर्थन में उतर आए हैं।
ढींढसा ने भी पद्म भूषण लौटाया
बादल के बाद शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी पद्म भूषण अवार्ड वापस करने का एलान कर दिया। ढींढसा के साथ बीजेपी चुनावी तालमेल बढ़ा रही थी और माना जा रहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी से गठबंधन कर सकती है। लेकिन किसान आंदोलन ने इस समीकरण को बिगाड़ दिया है।पंजाबी गायक भी आए साथ
किसानों के आंदोलन के लिए पंजाब और हरियाणा से दिल्ली बॉर्डर आने वाले किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें बड़ी संख्या में पंजाबी गायक भी शामिल हैं। ये ऐसे गायक हैं, जिनका दुनिया भर में फैले पंजाबियों के बीच बड़ा मान-सम्मान और फॉलोइंग है और ये दिन रात किसानों के साथ डटे हुए हैं। इनमें कंवर ग्रेवाल और हर्फ चीमा का नाम शामिल है।
खालिस्तानी कहने से लोग नाराज
बीजेपी को किसान आंदोलन के कारण राजनीतिक नुक़सान का भी डर सता रहा है। पंजाब और हरियाणा में बड़ी संख्या में किसानों की आबादी है। ये दोनों राज्य देश की बड़ी आबादी का पेट भरते हैं। किसानों पर हुए ज़ुल्म के बाद सोशल मीडिया पर आम लोगों में भी जबरदस्त नाराजगी है। किसानों को खालिस्तानी, देशद्रोही बताने पर भी आम लोग भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी नेताओं को किसानों की आलोचना का हक़ है लेकिन मोदी की हुक़ूमत के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने पर उन्हें खालिस्तानी बता देना अन्नदाता का घोर अपमान है।शाह से मिले अमरिंदर
किसान आंदोलन से निपटने के लिए माथापच्ची में जुटी मोदी सरकार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया है कि आंदोलन से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है। गुरूवार को गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने शाह को पंजाब के हालात के बारे में जानकारी दी है और मांग की है कि इस मसले का हल जल्द निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से पंजाब की माली हालत और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है। उधर, दिल्ली के टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर पंजाब-हरियाणा सहित कई राज्यों के किसानों का धरना जारी है।
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