पंजाब के किसानों का संघर्ष रंग लाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन की घोषणा के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने आज मंगलवार दोपहर को जीरा की शराब फैक्ट्री को बंद करने का आदेश जारी किया। इस शराब फैक्ट्री के प्रदूषित पानी से किसानों की फसल तबाह हो रही थी।
संतोख सिंह चौधरी को यात्रा में चलते हुए अचानक दिल का दौरा पड़ा। चौधरी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह जालंधर लोकसभा सीट से सांसद थे।
आईएएस अफसर नीलिमा के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है जबकि पीसीएस अफसर नरेंद्र सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किया है। इसे लेकर राज्य सरकार और आईएएस-पीसीएस अफसरों के बीच टकराव के हालात बन गए थे।
पंजाब सरकार के राजनीतिक नेतृत्व और अफ़सरशाही के बीच आख़िर क्यों ठनी हुई है? पीसीएस अधिकारी आख़िर सामूहिक छुट्टी पर क्यों चले गए? जानिए, क्या हालात हैं।
डॉ. बलबीर सिंह को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण महकमा दिया गया है। अभी तक यह मंत्रालय चेतन सिंह जोड़ामाजरा के पास था। जोड़ामाजरा को फौजा सिंह सरारी के सभी मंत्रालय दे दिए गए हैं।
पंजाबी दैनिक अजीत और अजीत समाचार को मिलने वाले सरकारी विज्ञापन बंद करने के बाद 'पंजाबी ट्रिब्यून' के साथ भी भगवंत मान सरकार ने ऐसा ही किया है। क्या ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि इन्होंने मान सरकार को सच का आईना दिखाया है।
श्री गुरु गोविंद सिंह जी के अमर शहीद साहिबजादों की ऐतिहासिक तथा अमर शहादत को 'वीर बाल दिवस' के तौर पर मनाए जाने का पंजाब में विरोध क्यों हो रहा है? जानिए उनका क्या तर्क है।
क्या पंजाब में भगवंत मान की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी की सरकार केंद्र की भाजपा सरकार की लाइन पर चल रही है। सरकार ने क्यों पंजाबी दैनिक अजीत और अजीत समाचार को मिलने वाले सरकारी विज्ञापन बंद कर दिए हैं?
पहले से ही कर्ज में डूबे पंजाब में मुफ्त बिजली योजना क्या राज्य की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगी? आख़िर सरकार को भारी मात्रा में कर्ज क्यों लेना पड़ रहा है?
क्या पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर बड़े नेताओं के बीच टकराव देखने को मिल सकता है। चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले क्या एक बार फिर उलझते दिखाई देंगे या एकजुट होकर पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे।
पंजाब के फिरोजपुर जिले के जीरा में शराब फैक्ट्री के विरोध में किसान पिछले पांच महीने से धरना दे रहे हैं। क्या है किसान नेताओं की मांग और वे क्यों धरना दे रहे हैं?
शेर मोहम्मद खान की बदौलत मलेरकोटला का नाम दुनिया भर में सिख इतिहास पर लिखी गई बेशुमार भाषाओं की किताबों में बाकायदा पूरे तथ्यों के साथ शुमार है। पढ़िए, मलेरकोटला के इतिहास से जुड़ी बेहद जरूरी जानकारी।