पंजाब में कोरोना वायरस के चलते बीते 55 दिन से राज्य भर में जारी कर्फ्यू कल से यानी 18 मई को हट जाएगा। लेकिन लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। सामान्य जनजीवन आख़िर पटरी पर कैसे आएगा?
पंजाब के दो बार पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रहे और अब सेवामुक्त सुमेध सिंह सैनी 29 साल पुराने एक गंभीर मामले में फिर से आरोपी माने गए हैं और बामुश्किल उन्हें जमानत हासिल हुई है।
पंजाब में कोरोना वायरस का ख़ौफ़ और कहर बदस्तूर जारी है। प्रतिदिन संक्रमितों की तादाद में इज़ाफा हो रहा है। इस बीच एक ग़ौरतलब पहलू यह है कि कोरोना से अधिक मौतें अन्य बीमारियों की वजह से हो रही हैं।
प्रवासी मज़दूरों का पंजाब से बड़े पैमाने पर हो रहा पलायन स्थानीय किसानों के लिए बड़ी चिंता का सबब बन गया है। शासन को फ़िलहाल 10 लाख से ज़्यादा प्रवासी मज़दूरों के घर-वापसी के आवेदन मिले हैं।
पंजाब के जालंधर से मंगलवार सुबह 11 बजे चली विशेष ट्रेन में प्रवासी मज़दूर बिहार और झारखंड के लिए रवाना हुए। इसमें 1200 यात्रियों को जगह मिली। इनमें ज़्यादातर श्रमिक हैं।
लॉकडाउन के कारण काम-धंधे बंद होने से प्रवासी मजदूर पंजाब छोड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। इससे इंडस्ट्री चलाने वालों और खेती-किसानी करने वालों पर आफ़त टूट पड़ी है।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन और कर्फ्यू ने ग़रीबों को बेजार कर दिया है। ऐसे हालात में भी पंजाब के लाखों ग़रीब केंद्र सरकार से मिलने वाले आधिकारिक राशन से वंचित हैं।