राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई में अगले विधानसभा चुनाव लड़ने के पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के बयान पर अब परगट सिंह ने सवाल किया है कि उन्हें ऐसी घोषणा करने का अधिकार किसने दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह हाल ही में दिल्ली आकर सोनिया गांधी से मिले थे और उन्होंने सिद्धू की शिकायत की थी। सिद्धू के सलाहकारों के बयानों और फ़ेसबुक पोस्ट्स को लेकर भी ख़ासा विवाद हो चुका है।
सिद्धू ने हाल ही में चार सलाहकार नियुक्त किए थे। लेकिन इनमें से दो सलाहकारों मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग के विवादित बयानों ने पार्टी को मुसीबत में डाल दिया है।
पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिंह सिद्धू के कैंप के बीच लंबे वक़्त तक चले संघर्ष के बाद सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।
सिद्धू ने माली को अपना सलाहकार बनाया तो कांग्रेस के ही कई नेताओं ने इस पर नाराज़गी जाहिर की थी। माली के बारे में कहा जाता है कि वे अपनी ख़राब जुबान के लिए पहचाने जाते हैं।