पंजाब के नये मुख्यमंत्री के नाम की रविवार को घोषणा हो सकती है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार दोपहर होगी। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं।
पंजाब में चुनाव से ठीक पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। कभी कैप्टन अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलने वाले सिद्धू अब हाईकमान को चुनौती देते दिखते हैं।
ऐसा साफ दिख रहा है कि कांग्रेस हाईकमान पंजाब में पार्टी के संकट को अब तक नहीं सुलझा सका है। नवजोत सिंह सिद्धू को अध्यक्ष बनाने का फ़ैसला कहीं उसे भारी न पड़ जाए।
राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अगुवाई में अगले विधानसभा चुनाव लड़ने के पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत के बयान पर अब परगट सिंह ने सवाल किया है कि उन्हें ऐसी घोषणा करने का अधिकार किसने दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह हाल ही में दिल्ली आकर सोनिया गांधी से मिले थे और उन्होंने सिद्धू की शिकायत की थी। सिद्धू के सलाहकारों के बयानों और फ़ेसबुक पोस्ट्स को लेकर भी ख़ासा विवाद हो चुका है।
सिद्धू ने हाल ही में चार सलाहकार नियुक्त किए थे। लेकिन इनमें से दो सलाहकारों मलविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग के विवादित बयानों ने पार्टी को मुसीबत में डाल दिया है।
पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिंह सिद्धू के कैंप के बीच लंबे वक़्त तक चले संघर्ष के बाद सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।