केदारनाथ की यात्रा पर चरणजीत सिंह चन्नी के साथ-साथ दिखे नवजोत सिंह सिद्धू फिर से क्यों ललकारने लगे हैं? लगातार वह कांग्रेस के लिए विवाद क्यों खड़े कर रहे हैं और क्या पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष बनाकर ग़लती कर दी?
लगता है कि कांग्रेस हाईकमान भी अब सिद्धू को ज़्यादा बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है क्योंकि सिद्धू का बड़बोलापन चन्नी सरकार और कांग्रेस के लिए मुसीबत बन रहा है।
क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के उग्र तेवरों के बीच कांग्रेस की कोशिश पंजाब का चुनाव जीतने की है। ऐसे में वह प्रशांत किशोर की ओर देख रही है।
अमरिंदर सिंह के चुनाव लड़ने से पंजाब में कांग्रेस के लिए हालत मुश्किल बन सकते हैं। सिद्धू की बयानबाज़ी से भी पार्टी को पंजाब चुनाव में सियासी नुक़सान हो सकता है।
पंजाब में चुनाव मुंह के सामने हैं। सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सब लोगों को जोड़कर पार्टी को चुनाव जिताने के काम में जुटना चाहिए लेकिन वह आए दिन कोई न कोई मुसीबत खड़ी कर देते हैं।