पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह का बीजेपी से गठबंधन के क्या हैं मायने? क्या कांग्रेस को इसका बड़ा नुक़सान होगा और क्या आप से भी बड़ी चुनौती मिलेगी?
अमरिंदर सिंह की नज़र कांग्रेस और अकाली दल से टिकट न मिलने की सूरत में बग़ावत को तैयार नेताओं पर है। आने वाले दिनों में वह कई और नेताओं को पार्टी में शामिल कर सकते हैं।
सिद्धू के सीएम चन्नी के साथ खुलकर भिड़ने, अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ भूख हड़ताल पर बैठने का एलान करने और सुनील जाखड़ को लेकर टिप्पणी करने से कांग्रेस हाईकमान भी परेशान है।
तीन राज्यों में सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाना क्या संघीय ढांचे पर हमला है? जानिए केंद्र सरकार के इस फ़ैसले को पंजाब ने किस आधार पर चुनौती दी है।
मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने में देर होने से भगवंत मान के समर्थक परेशान हैं और कई बार प्रदर्शन भी कर चुके हैं। केजरीवाल इसमें क्यों देर कर रहे हैं?
कांग्रेस नेतृत्व ने पंजाब के बड़े नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं और इसका सीधा मतलब यही है कि वे आपसी रार भुलाकर पार्टी को चुनाव जिताने के काम में जुट जाएं।
पंजाब आप के प्रभारी राघव चड्ढा ने आरोप लगाया है कि चरणजीत सिंह चन्नी तो कहते थे कि मैं रेत माफिया का सीएम नहीं हूँ लेकिन यहाँ तो नज़र आ रहा है कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में खनन हो रहा है।