एसजीपीसी चुनाव में बीबी जगीर कौर की बगावत के बाद शिरोमणि अकाली दल की मुश्किलें बढ़ी हैं। हालांकि अकाली दल ने चुनाव में जीत हासिल की है लेकिन बादलों के नेतृत्व को पार्टी में लगातार चुनौती मिल रही है।
पंजाब की सियासत में पिछले 3 दशक में एसजीपीसी और शिरोमणि अकाली दल पर बादल परिवार की मजबूत पकड़ रही है लेकिन लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी के अंदर से प्रकाश और सुखबीर बादल के नेतृत्व को चुनौती मिलनी शुरू हुई है। इससे शिरोमणि अकाली दल के सियासी भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
सुधीर सूरी की हत्या के बाद यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या पंजाब में आतंकवाद का माहौल फिर से बन रहा है। अमृतपाल सिंह की बयानबाजियों पर भगवंत मान सरकार रोक क्यों नहीं लगा रही है?
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और भगवंत मान सरकार के बीच चल रहे टकराव के बाद सवाल यह खड़ा होता है कि देश में जहां-जहां पर विपक्षी दलों की सरकारें हैं वहां के राज्यपालों की सरकार के साथ तनातनी क्यों रहती है।
दिल्ली के आंदोलन की तरह ही किसानों ने चाय-पानी, नाश्ता दोपहर और रात के खाने का पूरा इंतजाम सड़कों पर ही कर दिया है। किसानों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता तब तक वे धरने से नहीं हटेंगे।
जिस पंजाब की कुल 117 सीटों में से 92 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती थीं वहाँ आख़िर बीच में विश्वास मत साबित करने की ज़रूरत क्यों पड़ी? जानिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने क्या कहा।
कांग्रेस नेता और लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के 15 आरोपियों में से एक दीपक उर्फ टीनू शनिवार रात 11 बजे पंजाब पुलिस की सुरक्षा से फरार हो गया।
भगवंत मान सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखा है। इस पर 3 अक्टूबर को वोटिंग होगी। सरकार को विश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत क्यों पड़ी।
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नशे की हालत में होने और उन्हें फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से उतारे जाने से इनकार किया है और ऐसी खबरों को पूरी तरह झूठ बताया है।