loader

कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कर्मी कुलविंदर कौर गिरफ़्तार: रिपोर्ट

कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ़ की महिला कांस्टेबल को कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है। लाइव मिंट ने यह ख़बर दी है। एक दिन पहले गुरुवार को कांस्टेबल ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर थप्पड़ मारा था। घटना के बाद पुलिस ने कांस्टेबल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे नौकरी से निलंबित कर दिया। मामले की जांच जारी है।

कांस्टेबल ने आरोप लगाया था कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वालों के ख़िलाफ़ अनाप-शनाप बोला था। एक वीडियो में कांस्टेबल को यह कहते सुना गया कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वाली महिलाओं को 100-100 रुपये लेने का आरोप लगाया था और उसमें 'मेरी माँ भी शामिल थी'। इसी को लेकर किसान नेता भी कांस्टेबल के समर्थन में आ गए हैं। राकेश टिकैत ने कहा है, 'कल चंडीगढ़ में हुई घटना को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी, हम सब उस परिवार और बेटी के साथ हैं।'

बता दें कि कंगन रनौत को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ़ स्टाफ़ कुलविंदर कौर ने कथित तौर पर थप्पड़ जड़ दिया था। कंगना रनौत ने ही यह आरोप लगाया है। हिमाचल की मंडी सीट से चुनाव जीतने के बाद वह चंडीगढ़ से दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट पहुँची थीं।

कंगना ने आरोप लगाया है कि जब वह सुरक्षा जांच के बाद बोर्डिंग पॉइंट की ओर बढ़ रही थीं, तो तलाशी क्षेत्र में तैनात सीआईएसएफ की महिला अधिकारी कुलविंदर कौर ने कथित तौर पर उनसे बहस की और उन्हें थप्पड़ मार दिया। कथित थप्पड़ मारने के पीछे किसान आंदोलन के दौरान पंजाब में महिलाओं को लेकर कंगना द्वारा दिया गया बयान माना जा रहा है। खुद कंगना ने वीडियो जारी कर इसकी पुष्टि की है।

घटना के बाद एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कंगना ने कहा कि जब वह कांस्टेबल के पास से गुजरीं तो उसने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया और गालियां दीं। उन्होंने कहा कि जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों किया तो कांस्टेबल ने उनसे कहा कि वह किसानों के विरोध का समर्थन करती हैं। 

उन्होंने आगे कहा, 'मैं सुरक्षित हूँ, मैं बिल्कुल ठीक हूँ। मैं सुरक्षित हूँ, लेकिन मेरी चिंता यह है कि पंजाब में आतंक और हिंसा में इस चौंकाने वाली वृद्धि को कैसे संभाला जाए।'

ताज़ा ख़बरें
एयरपोर्ट से कथित तौर पर लिए गए एक अन्य वीडियो में कांस्टेबल कुलविंदर को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'जब उन्होंने (कंगना) ये टिप्पणियां कीं, तब मेरी मां भी प्रदर्शनकारियों में शामिल थीं।' कांस्टेबल को हिरासत में लेकर सीआईएसएफ कमांडेंट कार्यालय ले जाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
दिल्ली पहुंचने के बाद कंगना ने सीआईएसएफ महानिदेशक नीना सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें घटना के बारे में बताया। कंगना के दावे की जांच के लिए एक जांच पैनल का गठन किया गया है।

कंगना ने मंडी लोकसभा क्षेत्र से अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी विक्रमादित्य सिंह को 74 हज़ार मतों के अंतर से हराया। वह हिमाचल प्रदेश से लोकसभा के लिए चुनी जाने वाली केवल चौथी महिला बनीं।

कंगना ने किसान आंदोलन पर क्या कहा था?

बता दें कि दिसंबर 2020 में कंगना रनौत ने एक बुजुर्ग महिला को देखने के बाद एक्स पर '100 रुपये' टिप्पणी पोस्ट की थी। इसके बारे में उन्होंने कहा था कि वह '100 रुपये में उपलब्ध है'। उन्होंने कहा था कि उन्हें विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए काम पर रखा जा सकता है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा था कि कंगना को एक सप्ताह के भीतर बिना शर्त माफ़ी मांगनी चाहिए। कंगना ने बाद में उस पोस्ट को भी हटा दिया।

चुनाव प्रचार के दौरान चंडीगढ़ में किसानों ने उनके काफिले को रोक दिया था, जब कंगना रनौत मंडी की ओर जा रही थीं।

chandigarh cisf staff slapped kangana ranaut for farmer protest comment - Satya Hindi

फरवरी 2021 में अंतरराष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के विरोध को लेकर केंद्र पर कटाक्ष करते हुए एक्स पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?'

इस पर कंगना रनौत ने जवाब दिया था, 'कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है क्योंकि वे किसान नहीं हैं, वे आतंकवादी हैं जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और इसे यूएसए की तरह एक चीनी उपनिवेश बना सके... बैठ जाओ मूर्ख, हम अपने देश को तुम बेवकूफों की तरह नहीं बेच रहे हैं।' कंगना ने बाद में इस पोस्ट को भी हटा लिया था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

पंजाब से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें