कैप्टन ने कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफ़ा सौंप दिया है। उन्होंने इसमें इस्तीफ़े का कारण तो बताया ही है, इसके साथ ही उन्होंने खुद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने इस्तीफ़े की कॉपी ट्विटर पर साझा की है।
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 2, 2021
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर 'एक अस्थिर व्यक्ति' और 'पाकिस्तानी राज्य के एक सहायक' नवजोत सिद्धू को संरक्षण देने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोनिया गांधी ने 'इस सब से आंखें मूंद लीं'।
ट्विटर पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक का हवाला देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वह इस बात को समझते हैं कि 'उनका इरादा उन्हें नीचा दिखाने और अपमानित करने का था'। उन्होंने कहा कि अगली सुबह सोनिया गांधी ने उन्हें फोन किया और शीर्ष पद से उनका इस्तीफा मांगा।
इस बीच, चंडीगढ़ में पार्टी के नाम का खुलासा करते हुए कैप्टन ने मंगलवार को कहा, 'चूँकि हमने पहले घोषणा की थी कि हम अपनी पार्टी बनाएंगे, इसलिए वकीलों की हमारी टीम प्रक्रिया पर काम कर रही थी और पंजीकरण के लिए भारत के चुनाव आयोग को आवेदन किया था।' उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को प्रस्तावित नाम पर कोई आपत्ति नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की औपचारिक शुरुआत बाद में की जाएगी। कैप्टन ने कहा कि पार्टी की शुरुआत के समय नीतियों, कार्यक्रमों, एजेंडे और विजन के बारे में बताया जाएगा।
बता दें कि पंजाब में चार महीने के अंदर विधानसभा के चुनाव होने हैं। हाल ही में उन्होंने यह भी कहा था कि अगर किसान आंदोलन का मसला हल हो जाता है तो वह बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे। अमरिंदर की बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात भी हुई थी।
मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद अमरिंदर सिंह ने एक अलग ही रास्ता अपनाया है। उनकी नई पार्टी की घोषणा और बीजेपी के साथ संभावित गठबंधन को कांग्रेस के लिए सीधी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। अमरिंदर सिंह के इस क़दम को कांग्रेस के लिए बेहद ख़तरे के तौर पर देखा जा रहा है। अगर वह कांग्रेस के ख़िलाफ़ अपनी नई पार्टी के उम्मीदवारों को खड़ा करते हैं तो वोट बंट सकता है। इधर कांग्रेस की एक और मुसीबत नजवोत सिंह सिद्धू भी हैं जो चरणजीत सिंह के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए हैं।
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