पंजाब की भगवंत मान सरकार ने एलान किया है कि वह राज्य में एक जुलाई से हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देगी। आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने पर ऐसा करने का वादा किया था। पार्टी ने और भी कई चुनावी वादे किए थे और उन पर वह कब आगे बढ़ेगी, यह भी देखना होगा।
भगवंत मान सरकार ने कहा है कि उसने अपने एक महीने के कामकाज में एंटी करप्शन एक्शन लाइन की शुरुआत करने, 25000 नई सरकारी नौकरियां दिए जाने का एलान करने, 35000 ठेका आधारित कर्मियों को नियमित किए जाने, घरों तक राशन की डिलीवरी किए जाने, किसानों को 101 करोड़ से अधिक का मुआवजा जारी किए जाने जैसे अहम कदम उठाए हैं।
दिल्ली में जब पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तो यहां पर 200 यूनिट बिजली हर महीने मुफ्त दिए जाने का कदम उठाया गया था। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के इस कदम से उन्हें काफी लोकप्रियता भी मिली थी क्योंकि 300 यूनिट से कम बिजली खर्च करने पर लोगों का बिजली का बिल जीरो आने लगा था।
बिजली का बिल जीरो आने की विद्युत विभाग की रसीद को आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी किया था। आम आदमी पार्टी की दिल्ली में आगे की सरकारों में भी यह जारी रहा।
मोदी से मांगी थी मदद
पंजाब में बड़ी जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने आए थे और उन्होंने राज्य को बड़ी वित्तीय मदद देने की अपील की थी।तब यह सवाल उठा था कि अगर पंजाब का खजाना खाली है तो आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले इतने बड़े वादे क्यों किए कि उन्हें पूरा करने के लिए उसे दिल्ली का मुंह देखना पड़े।
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में 18 साल से ऊपर की आयु की सभी महिलाओं को हजार रुपए प्रति महीने देने का वादा किया था। मान सरकार ने बिजली मुफ्त करने का एलान करके वादों को पूरा करने की दिशा में कदम तो बढ़ा दिया है लेकिन इसके साथ ही कई और बड़े वादे भी पार्टी ने चुनाव से पहले किए थे।
कर्ज में डूबे पंजाब की भगवंत मान सरकार किस तरह अपने वादों को पूरा करेगी, यह एक बड़ा सवाल है।
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