"80 प्रतिशत वे हैं जो राष्ट्रवाद, सुशासन और विकास के समर्थक हैं। ऐसे लोग बीजेपी को वोट देंगे और जो इसके खिलाफ हैं और माफियाओं और अपराधियों के समर्थक, किसान विरोधी हैं, ऐसे 15-20 लोग अलग रास्ता लेंगे। इसलिए 80-20 की इस लड़ाई में कमल ही रास्ता दिखाएगा।"
लड़ाई अब 80 और 20 की हो चुकी है, जो लोग सुशासन और विकास का साथ देते हैं वो 80 फीसदी भाजपा के साथ हैं और जो लोग किसान विरोधी हैं, विकास विरोधी है, गुंडों, माफियाओं का साथ देते हैं वो 20 फीसदी विपक्ष के साथ है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath #BJP4UP
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 9, 2022
इसके बावजूद बीजेपी नेता पीछने हटने को तैयार हैं। यूपी बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने आज कहा कि 20 फीसदी मुसलमानों ने कभी भी बीजेपी का साथ नहीं दिया है। राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व के मुद्दे पर हम चुनाव लड़ेंगे। अयोध्या का मथुरा हमने सुलझा लिया है लेकिन अभी काशी-मथुरा बाकी है। कटियार ने कहा कि योगी फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
जिसमें दम होगा वही मथुरा को भी बनाएगा। हम में दम है हम मथुरा को भी बनाएंगे, जैसे अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करा रहे हैं: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath #BJP4UP pic.twitter.com/sfU7dLYkSN
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 9, 2022
पिछले कुछ महीनों से, मुख्यमंत्री "अब्बा जान" या "अब्बा जान कहने वाले लोग" का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसे मुसलमानों और उनके पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ एक कटाक्ष के रूप में देखा गया। योगी आदित्यनाथ ने 12 सितंबर 2021 को कुशीनगर में एक कार्यक्रम में कहा था, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है... 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? अबा जान कहने वाले ही राशन पचा रहे थे।" समाजवादी पार्टी 2017 में चुनाव हार गई थी।यूपी में 10 फरवरी से सात चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।
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