“Any Hindu who doesn't vote for me has Miyan bl0od in his veins. He's a trait0r. He is bast@rd son of Jaichand. He's a haramkh0r son of his father...I am giving warning this time...trait0rs of Hindu religion will be destroyed.”
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) February 21, 2022
BJP MLA Raghvendra Singh asking for Hindu votes. pic.twitter.com/YWOBlXlz81
बीजेपी के नेताओं की भाषा बदल रही है। डुमरियागंज के बीजेपी विधायक और हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र सिंह का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें वे हिन्दुओं को वोट न देने की स्थिति में क्या होगा, इसे आक्रामक ढंग से बता रहे हैं। सिद्धार्थनगर पुलिस का कहना है कि वो कार्रवाई कर रही है, लेकिन चार दिन बीतने के बाद भी उसने क्या कार्रवाई की, यह बताने में वो असमर्थ है।
विधायक के भाषण की आखिरी लाइनों से समझा जा सकता है कि वो किसे टारगेट करके कही जा रही हैं। डुमरियागंज के जिस गांव में उन्होंने यह भाषण दिया, दरअसल वो अपने विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम मतदाताओं को सीधे-सीधे धमकी दे रहे हैं।
विधायक का यह वीडियो 14 फरवरी से ही यूपी के तमाम ग्रुपों में शेयर हो रहा है। इस संबंध में 14 फरवरी को सिद्धार्थनगर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की बात का जवाब अपने ट्विटर हैंडल से दिया था। लेकिन एक हफ्ते बाद भी उसने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही इस संबंध में अपने ट्विटर हैंडल से कोई सूचना दी है। यह मामला डीजीपी यूपी के संज्ञान में भी सोशल मीडिया के जरिए आ चुका है लेकिन उन्होंने भी इस पर कुछ नहीं कहा। चुनाव आयोग भी चुप्पी साधे हुए है।
बीजेपी विधायक राघवेंद्र ने ऐसा पहली बार नहीं बोला है। डुमरियागंज के सपा नेताओं का आरोप है कि विधायक जिस भी गांव में जा रहे हैं, वहां पर इसी भाषा में बोल रहे हैं। भाषण देने के बाद वे अपने अगल-बगल बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं से पूछते भी हैं कि क्या उन्होंने ठीक बोला। जवाब में जय श्रीराम का नारा लगाया जाता है। राघवेंद्र सिंह हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी हैं। यह संगठन काफी विवादों में रहा है। इसके संस्थापक योगी आदित्यनाथ थे। लेकिन सीएम बनने के बाद उन्होंने इस संगठन से दूरी बना ली थी। राघवेंद्र सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपने परिचय में लिखा है कि वो हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी हैं। उन्होंने योगी और पीएम मोदी के साथ अपनी फोटो भी अपने प्रोफाइल में लगा रखी है।
राघवेंद्र सिंह अकेले विधायक नहीं हैं जो इस तरह के नफरती भाषण को दे रहे हैं। जब से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सपा के कथित संबंध आतंकवादियों से बताए हैं, उसके बाद से प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ लगातार समुदाय विशेष को टारगेट कर अपने भाषण दे रहे हैं। इससे यूपी के चुनाव में नफरत का माहौल बनाकर वोटों की फसल काटने की कोशिश की जा रही है। सपा ने इसके जवाब में आक्रामक तेवर नहीं अपनाएं हैं, वो विकास, किसान, मजदूर और अन्य मुद्दों पर अपना फोकस किए हुए है। प्रधानमंत्री की करीब 8-10 जनसभाएं अभी यूपी में होनी हैं, देखना है कि बीजेपी राघवेंद्र पाठक जैसों और मोदी के टारगेटेड भाषण से कितना ध्रुवीकरण करा पाती है।
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