loader

सपा समर्थक इत्र कारोबारी के घर 150 करोड़ बरामद, नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी

‘समाजवादी परफ्यूम’ वाले बड़े कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर आज केंद्र सरकार की जीएसटी इंटेलिजेंस यूनिट समेत कई एजेंसियों ने छापे मारे।

एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि जैन के यहां से 150 करोड़ का कैश बरामद हुआ है, जिसे गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी।

रुपये गिनने और छापे की कार्रवाई अभी भी जारी है। पीयूष जैन समाजवादी पार्टी के समर्थक और शुभचिन्तक माने जाते हैं।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नवम्बर में समाजवादी परफ्यूम को लॉन्च किया था।

ताजा ख़बरें

सपा समर्थक कारोबारियों पर छापे की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले सपा प्रवक्ता राजीव राय, जैनेंद्र यादव और मनोज यादव के ठिकानों पर छापे मारे गए थे।

पीयूष जैन शिखर गुटखा कारोबार से भी जुड़े हैं। छापों की कार्रवाई शिखर गुटखा के सप्लायर पर भी की गई है।

150 crore recovered from the house of a pro-SP perfume trader, had to order a note counting machine, Was there a GST and IT Raid on the perfume trader Piyush Jain for being a Samajwadi Party supporter? - Satya Hindi

इन छापों पर उस समय अखिलेश यादव और अन्य सपा नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया था कि वे डराने के लिए यह कार्रवाई कर रहे हैं।

अखिलेश ने कहा था - अभी तो ईडी और सीबीआई भी हमें डराने के लिए आएगी। हमें इसका पहले से इंतज़ार था।

राजनीति से और खबरें

सरकार के रडार पर था जैन परिवार

अखिलेश यादव ने 9 नवम्बर को लखनऊ में समाजवादी परफ्यूम लान्च करने के मौके पर कहा था कि इससे यूपी की फिजा महकेगी। इस कार्यक्रम में सपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पुष्पराज जैन मौजूद थे।

देश के बड़े इत्र कारोबारियों में शुमार कन्नौज निवासी  पीयूष जैन इन्हीं पुष्पराज जैन के रिश्तेदार हैं। पूरा जैन परिवार ही सपा समर्थक माना जाता है। 

जाँच एजेंसियों ने बीती रात से ही पीयूष जैन के कानपुर, लखनऊ, मुम्बई, गुजरात आदि दफ़्तरों पर छापे शुरू किये थे। 

150 crore recovered from the house of a pro-SP perfume trader, had to order a note counting machine, Was there a GST and IT Raid on the perfume trader Piyush Jain for being a Samajwadi Party supporter? - Satya Hindi

हालांकि सोशल मीडिया पर चर्चा है कि पीयूष जैन तो बीजेपी और अन्य दलों को भी चंदा देते थे। बीजेपी उन्हें बदनाम करने के लिए सपा से जोड़ रही है।

लोगों ने लिखा है कि यह सरकार की नोटबंदी की विफलता भी है। आखिर नोटबंदी के बाद कारोबारी कैसे इतना पैसा घरों में कैश के रूप में रखते हैं।

वैसे कारोबारी कहते रहे हैं कि बिना पैसे के कारोबार नहीं हो सकता, इसलिए उन्हें अपने पास कैश का इंतजाम करके रखना पड़ता है।

सपा ने पीयूष जैन पर पड़े छापों पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ क़रीब 150 करोड़ का कैश बरामद हुआ है। नोट गिनने के लिए एजेंसियों को मशीन मंगानी पड़ी।

ये छापे डीडीजीआई (जीएसटी इंटेलिजेंस निदेशालय) भारत सरकार ने मारे हैं। लेकिन अब इसमें आयकर विभाग भी शामिल हो गया है। 

जीएसटी इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि कारोबारी पीयूष जैन की 40 कंपनियाँ ई-वे बिल के ज़रिए सरकार को चूना लगा रही थीं।

अभी 18 दिसम्बर को यूपी के मऊ में सपा प्रवक्ता राजीव राय के घर आयकर विभाग ने छापा मारा था। छापों के बाद राय ने दावा किया था कि उनके घर से 17 हज़ार रूपये कैश मिले हैं।

राय के दक्षिण भारत में शिक्षण संस्थान चलते हैं।

आयकर विभाग ने उसी दिन सपा समर्थक कारोबारी मनोज यादव और जैनेंद्र यादव पर छापे मारे थे। ये लोग रीयल एस्टेट कारोबार में हैं। नोएडा में इनके पास काफी जमीनें हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें