सबसे पहले बात करते हैं सबसे बड़े चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश की। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं और यहां के लिए 7 चरणों में मतदान हुआ। चुनाव प्रचार के दौरान भी और एग्जिट पोल के नतीजों से भी साफ है कि राज्य में बीजेपी गठबंधन और सपा गठबंधन की सीधी टक्कर है। जबकि कांग्रेस और बीएसपी कुछ खास करने में कामयाब होते नहीं दिख रहे हैं।
सपा समर्थकों का कहना है कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनेगी जबकि बीजेपी को भरोसा है कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने उसके हक में जनादेश दिया है। उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 202 विधायक चाहिए।
2024 पर होगा असर?
उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे साल 2024 के लोकसभा चुनाव को भी प्रभावित करेंगे। अगर यहां बीजेपी हारती है तो निश्चित रूप से उसकी मुश्किलें बढ़ेंगी लेकिन अगर वह जीत जाती है तो यह माना जाएगा कि उत्तर प्रदेश में उसका दबदबा बरकरार है। लेकिन यह भी देखना होगा कि वह पिछली बार अपने दम पर मिली 312 सीटों के मुकाबले इस बार कितनी सीटें हासिल कर पाती है।
पंजाब में आएगी आप?
अब बात करते हैं पंजाब की। पंजाब को लेकर सभी प्रमुख न्यूज़ चैनलों के एग्जिट पोल का कहना है कि यहां आम आदमी पार्टी स्पष्ट बहुमत से सरकार बना रही है। पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए जरूरी विधायकों का आंकड़ा 59 है।
पंजाब उन गिने-चुने राज्यों में से एक है जहां कांग्रेस सत्ता में है। अगर कांग्रेस यहां अपनी सत्ता को गंवा देती है तो पार्टी के अंदर घमासान और बढ़ सकता है लेकिन अगर वह जीत गई तो यह उसके लिए बेहद राहत भरी बात होगी।
अगर आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सरकार बना ली तो यह दूसरा राज्य होगा जहां कुछ साल पहले बनी यह पार्टी अपनी सरकार बना लेगी। जबकि शिरोमणि अकाली दल का सियासी भविष्य भी इस चुनाव के नतीजों पर निर्भर करेगा।
तीसरे चुनावी राज्य उत्तराखंड को लेकर आए कई एग्जिट पोल कह रहे हैं कि यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त टक्कर है। राज्य में अब तक हुए 4 चुनावों में हर बार सत्ता बदली है और देखना होगा कि क्या इस बार सत्ता बदलती है या फिर हुकूमत में बैठी सियासी जमात ही फिर से हुकूमत में आती है।
मणिपुर: फिर आएगी बीजेपी?
एक और चुनावी राज्य मणिपुर में अभी तक बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ सरकार चला रही थी लेकिन इस बार उसने अकेले दम पर चुनाव लड़ा। इस राज्य के एग्जिट पोल बताते हैं कि यहां बीजेपी ही फिर से सरकार बनाने जा रही है। मणिपुर में विधानसभा की 60 सीटें हैं और यहां दो चरणों में मतदान हुआ था।
अगर बीजेपी यहां अपने दम पर सरकार बना लेती है तो पूर्वोत्तर में असम के बाद यह दूसरा राज्य होगा जहां वह अपनी मजबूत पकड़ का संदेश देगी।
गोवा में किसे मिलेगा बहुमत
सबसे छोटे चुनावी राज्य गोवा में अब तक बीजेपी सरकार चला रही थी। लेकिन इस बार आए तमाम एग्जिट पोल बताते हैं कि बीजेपी के लिए अपने दम पर सत्ता में वापसी करना मुश्किल हो सकता है। हालांकि एग्जिट पोल कांग्रेस को भी स्पष्ट बहुमत की बात नहीं कह रहे हैं। 40 सीटों वाले गोवा में इस बार टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव लड़ा और इस वजह से चुनाव का मुकाबला बेहद रोमांचक रहा।
कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए वह किसी भी दल से हाथ मिलाने के लिए तैयार है। देखना होगा कि क्या स्पष्ट बहुमत न मिलने की सूरत में विरोधी दल उसके साथ आएंगे और क्या वह सरकार बना पाएगी या बीजेपी फिर से जोड़-तोड़ कर या अपने दम पर यहां सरकार बना लेगी।
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