loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
230
एमवीए
51
अन्य
7

चुनाव में दिग्गज

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

शरद पवार एनसीपी के फिर बने अध्यक्ष

शरद पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का फिर से अध्यक्ष चुन लिया गया है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शनिवार 10 सितंबर को हुई बैठक में उन्हें अध्यक्ष चुना गया। वो अगले चार साल तक इस पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे। इस बीच पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को दिल्ली में है। इस अधिवेशन के जरिए एनसीपी मुखिया शरद पवार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के काम में जुटेंगे। एनसीपी की बैठक में विपक्षी एकता, आर्थिक हालात, किसानों के मुद्दे व अन्य विषयों पर प्रस्ताव लाए जाएंगे। एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि यह प्रस्ताव विपक्षी एकता के लिए ब्लूप्रिंट साबित हो सकते हैं। 

तालकटोरा स्टेडियम में होने जा रहे इस अधिवेशन में पार्टी के मुखिया शरद पवार सहित तमाम बड़े नेता भाग लेंगे। 

बताना होगा कि कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की कोशिशों के मद्देनजर ही दिल्ली आए थे। नीतीश कुमार ने यहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव, उनके बेटे अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी सहित तमाम नेताओं से मुलाकात की थी। इससे पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पटना आकर नीतीश कुमार से मिले थे। 

Sharad Pawar re-elected president of NCP - Satya Hindi

जबसे नीतीश कुमार विपक्ष के पाले में आए हैं तभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चाएं जोर पकड़ चुकी हैं।

क्योंकि शरद पवार विपक्षी नेताओं में सबसे अनुभवी माने जाते हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट भी पवार के नेतृत्व की हिमायत करता रहा है। ऐसे में अगर शरद पवार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए कदम बढ़ाते हैं तो निश्चित रूप से विपक्षी एकता की कवायद को बल मिलेगा। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा है कि वह हेमंत सोरेन, नीतीश कुमार और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ एक मंच पर आकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।

महा विकास आघाडी सरकार 

क्योंकि शरद पवार ने साल 2019 में महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी और विरोधी विचारधारा वाले दलों को एकजुट किया था। इसलिए तमाम विपक्षी नेताओं को इस बात की उम्मीद है कि शरद पवार एक बार फिर विपक्षी दलों को एक मंच पर ला सकते हैं। 

शरद पवार खुद भी इस बात की अपील कर चुके हैं कि 2024 के चुनाव के लिए तमाम विपक्षी दलों को एक मंच पर आना चाहिए। 

Sharad Pawar re-elected president of NCP - Satya Hindi

25 को होगी इनेलो की रैली

हरियाणा की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल यानी इनेलो ने 25 सितंबर को एक रैली रखी है। इस रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शामिल होंगे। यह रैली फतेहाबाद में होगी। इस दिन पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल की जयंती भी है। 

इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अभय चौटाला ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला ने रैली में एनसीपी मुखिया शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक को आमंत्रित किया है।

चौटाला ने बताया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी रैली में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा जाएगा।

2019 में हुई थी कोशिश

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने की तमाम कोशिशें हुई थी लेकिन यह कोशिशें परवान नहीं चढ़ सकी थीं। 

राजनीति से और खबरें

तब तेलुगू देशम पार्टी के मुखिया और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोशिश की थी कि विपक्षी दलों को एकजुट किया जाए लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी ऐसा नहीं हो सका था।

सवाल यह है कि क्या कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टीआरएस, टीडीपी, बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एक मंच पर आ पाएंगे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें