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बागी बीजेपी विधायक विनय शाक्य के घर के बाहर पुलिस क्यों तैनात है?

एक और बीजेपी विधायक विनय शाक्य के सपा में जाने की तस्वीर साफ हो गई है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनकी बेटी रिया शाक्य ने मेरे अपहरण की गलत अफवाह फैलाई थी। विनय शाक्य को लेकर कल से नाटकीय घटनाक्रम हो रहे थे। इस समय उनके घर पर पुलिस तैनात है। हालांकि उन्होंने पुलिस से कोई मदद नहीं मांगी है। 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने जब कल मंत्री पद से इस्तीफा दिया और सपा में जाने की घोषणा की तो बिधुना विधानसभा क्षेत्र के विधायक इटावा में अपने घर में थे। कुछ देर बाद वो अपने भाई के साथ कहीं चले गए। सूत्रों के मुताबिक इसी दौरान उनकी बेटी से बीजेपी नेताओं ने संपर्क किया और विधायक पिता के बारे में पूछा। 

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कुछ देर बाद विनय शाक्य की बेटी का बयान मीडिया में चलने लगा कि मेरे पिता का अपहरण कर लिया गया है। बेटी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफों के पुल भी बांधे। 

बेटी के आरोपों के बाद इटावा पुलिस भी सक्रिय हो गई और उसने जांच, पड़ताल शुरू कर दी। कई घंटे बाद विनय शाक्य अपने घर लौट आए। उन्होंने मीडिया को बताया कि वो पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनका अपहरण वगैरह नहीं हुआ है। वो स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ हैं। जहां वो जाएंगे, मैं भी वहीं जाऊंगा।  

इस घटनाक्रम के बाद औरैया पुलिस ने वीडियो बयान जारी किया, जिसमें उसने कहा है कि विनय शाक्य अपनी मां के साथ इटावा की शांति कॉलोनी में पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनके घर में पारिवारिक विवाद है। जिस वजह से यह प्रकरण सामने आया है। लेकिन पुलिस ने यह साफ नहीं किया कि अगर यह एक सामान्य घटना है तो विधायक के घर के बाहर पुलिस बल क्यों तैनात किया गया है। विधायक ने पुलिस बल तैनात करने के लिए कहा ही नहीं था। हालांकि पुलिस का कहना है कि पुलिस विधायक की सुरक्षा के लिए तैनात है।विधायक समर्थकों का कहना है कि वो विधायक को वहां से निकलने नहीं देना चाहती। ताकि वे सपा में जाने की घोषणा नहीं कर सकें। हालांकि बीजेपी विधायक यह घोषणा अब कर चुके हैं कि वो स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही जाएंगे। हालांकि स्वामी प्रसाद पहले ही साफ कर चुके हैं कि वो सपा में जाएंगे।  

ब्रजेश प्रजापति का बयान

बीजेपी विधायक ब्रजेश प्रजापति ने आज सुबह कहा कि अभी कई बीजेपी विधायक और नेता सपा ज्वाइन करेंगे। कुछ नामों की घोषणा आज भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि हम सब लोग स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ हैं। हमारा फैसला अटल है। इसमें कोई बदलाव नामुमकिन है। बता दें कि ब्रजेश प्रजापति ने भी कल ही सपा में जाने की घोषणा की थी। हालांकि कल बीजेपी छोड़ने की घोषणा करने वाले बीजेपी विधायक अभी सपा दफ्तर या अखिलेश यादव के पास नहीं पहुंचे हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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