loader

दिल्ली में राष्ट्र मंच की बैठक जारी, कई विपक्षी नेता पहुंचे

दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं की अहम बैठक एनसीपी मुखिया शरद पवार के आवास पर चल रही है। हालांकि इस बैठक में शामिल होने का निमंत्रण राष्ट्र मंच नाम के संगठन की ओर से भेजा गया था और कहा गया था कि बैठक में राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी लेकिन इसे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले तीसरे मोर्चे को क़ायम करने की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है। 

हालांकि शरद पवार ने मंगलवार सुबह साफ किया था कि यह बैठक तीसरे मोर्चे को कायम करने के लिए आयोजित नहीं की जा रही है और इसमें ताज़ा राजनीतिक हालात और राष्ट्रीय मुद्दों पर ही चर्चा होगी। बैठक की अध्यक्षता शरद पवार और हाल ही में टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने यशवंत सिन्हा कर रहे हैं। 

बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जाने-माने लेखक जावेद अख़्तर, शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले, एसपी से घनश्याम तिवारी, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीक़ी, पूर्व सांसद माज़िद मेमन, आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी, कांग्रेस से निष्कासित नेता संजय झा सहित तमाम लोग पहुंचे हैं। 
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की शिकस्त के बाद देश में एक बार फिर से एक मज़बूत थर्ड फ्रंट की चर्चा जोर पकड़ रही है।

तीसरे मोर्चे की वकालत

पवार ने इस साल मार्च में कहा भी था कि देश में थर्ड फ्रंट यानी तीसरे मोर्चे की ज़रूरत है और वह इस मामले में कई पार्टियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। उस वक़्त शिव सेना ने भी पवार के समर्थन में बयान दिया था और कहा था कि शरद पवार राष्ट्रीय स्तर पर एक ताक़तवर शख़्सियत हैं और क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दल उन्हें अपना नेता मानते हैं। 

पवार क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा होंगे, इसे लेकर भी तब काफी चर्चा राजनीतिक गलियारों में हुई थी। 

ताज़ा ख़बरें

ये दल हो सकते हैं शामिल

थर्ड फ्रंट में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), बीजू जनता दल (बीजेडी), शिव सेना, समाजवादी पार्टी (एसपी), राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी), तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी), वाईएसआर कांग्रेस, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, जनता दल (सेक्युलर), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके), नेशनल कॉन्फ्रेन्स (एनसी),  पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (एसएडी), आम आदमी पार्टी (आप) सहित कुछ और क्षेत्रीय दल शामिल हो सकते हैं।

राजनीति से और ख़बरें

पांच राज्यों के चुनाव बेहद अहम 

2022 की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा शामिल हैं। उसके बाद साल के आख़िर में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी विधानसभा के चुनाव होने हैं। बीजेपी और संघ जानते हैं कि इन राज्यों में फ़तेह हासिल करने के बाद ही 2024 का रास्ता आसान होगा। 

विपक्षी नेताओं में सबसे ज़्यादा सियासी अनुभव रखने वाले नेता शरद पवार ही हैं। ऐसे में इस बात की गुंजाइश टटोली जा रही है कि शरद पवार के नेतृत्व में ऐसा कोई गठबंधन बन सकता है जो 2024 आने तक देश भर में एक व्यापक शक्ल ले ले और बीजेपी को शिकस्त देने की स्थिति में हो।

केसीआर ने भी की थी कोशिश 

दूसरी ओर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के. चन्द्रशेखर राव (केसीआर) ग़ैर-बीजेपी, ग़ैर-कांग्रेस दलों का राष्ट्रीय मोर्चा बनाने की कोशिश में हाथ-पांव मार चुके हैं। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भी केसीआर ने ऐसी ही कोशिश की थी। तब वह ममता बनर्जी, मायावती, अखिलेश यादव, नवीन पटनायक, पिनराई विजयन, स्टालिन, देवेगौड़ा जैसे दिग्गज नेताओं से भी मिले भी थे। लेकिन उस समय तेलुगु देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू ने केसीआर की कोशिश में अड़चनें पैदा कर दी थीं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें