चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक ट्वीट कर अपने अगले कदम के बारे में संकेत दिए हैं। प्रशांत किशोर की बीते दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ कई दौर की वार्ता हुई लेकिन पार्टी में शामिल होने को लेकर चल रही उनकी अटकलें सिर्फ अटकलों तक ही सीमित रह गईं।
किशोर ने अपने ट्वीट में कहा है कि लोकतंत्र के असली मास्टर्स के पास जाने का समय आ गया है जिससे लोगों के मुद्दों को बेहतर ढंग से समझ सकें और जनसुराज के पथ पर आगे बढ़ सकें। अंत में उन्होंने लिखा है…शुरुआत बिहार से।
प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ लंबे वक्त तक काम किया है और वह जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले राज्य में बड़े स्तर पर काम करने की बात कही थी और यह माना गया था कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ चली बातचीत के टूटने के बाद कई टीवी चैनलों को इंटरव्यू दिए हैं और इसमें उन्होंने संकेत दिया है कि वह 2024 से पहले नेता के तौर पर अपनी सियासी पारी की शुरुआत कर सकते हैं।
तो सवाल यह है कि क्या प्रशांत किशोर राजनीति में उतरेंगे और क्या वह अपनी एक अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ेंगे। प्रशांत किशोर बिहार से ही आते हैं और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वह बड़े स्तर पर बिहार का दौरा कर सकते हैं।
कई दलों के लिए किया काम
चुनावी रणनीतिकार के तौर पर प्रशांत किशोर का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है और वह बीजेपी से लेकर टीआरएस, टीएमसी से लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से लेकर वाईएसआर कांग्रेस और डीएमके के साथ भी काम कर चुके हैं।
सेकेंड फ्रंट पर जोर
प्रशांत किशोर ने कुछ दिन पहले कहा था कि कोई तीसरा या चौथा मोर्चा इस देश में लोकसभा चुनाव नहीं जीत सकता और अगर कोई राजनीतिक दल बीजेपी को हराना चाहता है तो उसे दूसरा मोर्चा या सेकेंड फ्रंट बनाना होगा। प्रशांत किशोर ने यह बात एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में इस सवाल के जवाब में कही थी कि क्या ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी 2024 के चुनाव के लिए तीसरे मोर्चे के रूप में उभरेगी।
जब उनसे यह पूछा गया था कि क्या वह कांग्रेस को सेकेंड फ्रंट मानते हैं तो उन्होंने कहा था कि कांग्रेस देश में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
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