प्रधानमंत्री मोदी अब रविवार को लेकर दिए बयान पर सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि रविवार ईसाई समाज से जुड़ा है और हिंदू समाज से नहीं। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज छुट्टी मनाता था, ये परंपरा तब से शुरू हुई। प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर कहा कि प्रधानमंत्री को अब रविवार से भी आपत्ति है। कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 'रविवार की छुट्टी ईसाइयों के प्रभाव से शुरू हुई है, ये हिंदू संस्कृति में नहीं है। पूरा देश, पूरा विश्व फिर हँस रहा है। ...मोदी जी, जो बेरोज़गार हैं, वो संडे को भी बेरोज़गार हैं और मंडे को भी; पेट्रोल की क़ीमत संडे को भी सौ रुपये की होती है और मंडे को भी। क्या ये आपकी प्राथमिकताएँ हैं?'
प्रधान मंत्री जी आज बोले कि sunday की छुट्टी ईसाइयों से प्रेरित है।
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) May 28, 2024
मोदी जी, जो बेरोज़गार हैं, वो Sunday को भी बेरोज़गार हैं और Monday को भी;
पेट्रोल की क़ीमत Sunday को भी सौ रुपये की होती है और Monday को भी।
क्या ये आपकी प्राथमिकताएँ हैं?
आप जब भी मुँह खोलते हैं, लोग आश्वस्त… pic.twitter.com/ZkVkAZIBJo
पवन खेड़ा ने कहा, 'आपकी प्राथमिकताएँ पिछले दस साल से ग़लत हैं। अब आप जाते-जाते फिर से ये साबित करते जा रहे हो कि आपकी प्राथमिकताओं का अंदेशा आपको 10 साल तक नहीं हुआ। इसलिए आज देश इस स्थिति में है। चलिए, अब आपको बहुत आराम करने का समय मिलेगा। थक गए हो। आराम कीजिए। आप जब भी मुँह खोलते हैं, लोग आश्वस्त हो जाते हैं, कि आपको अब आराम की ज़रूरत है।'
कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया पीएम मोदी के बयान पर आई है। प्रधानमंत्री ने झारखंड के दुमका में रैली को संबोधित करते हुए कहा था, 'मुझे मेरे एक साथी बता रहे थे कि लव जिहाद शब्द पहली बार झारखंड में आया। झारखंड वालों ने ये शब्द दिया है। हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है। जब अंग्रेज यहां राज करते थे तो ईसाई समाज छुट्टी मनाता है, ये परंपरा तब से शुरू हुई। रविवार हिंदुओं से जुड़ा नहीं है, ईसाई समाज से जुड़ा है। 200-300 साल से यह चल रहा है। अब इन्होंने एक जिले में रविवार की छुट्टी पर ताले लगवा दिए, बोले शुक्रवार की छुट्टी होगी। अब ईसाइयों से भी झगड़ा। ये क्या चल रहा है?'
50-50 टुकड़ों में बेटियों को काटा जा रहा है।
— Naveen Kr Jindal 🇮🇳(मोदी का परिवार) (@naveenjindalbjp) May 28, 2024
स्कूल में रविवार की छुट्टी खत्म कर शुक्रवार यानी जुम्मे को छुट्टी दी जा रही है।
70% से ज्यादा मुस्लिम छात्र वाले स्कूल को उर्दू स्कूल बनाया जा रहा है।
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी pic.twitter.com/YAOArpBDcU
प्रधानमंत्री का एक-एक पल, एक-एक शब्द महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक होता है। संग्रहणीय-मननीय होता है। इसलिए जब वे इतनी मौलिक बात को इतना महत्व दे रहे हैं तो उसको पूरी गंभीरता से लेना राष्ट्रकार्य है।
— राहुल देव Rahul Dev (@rahuldev2) May 28, 2024
काफ़ी ढूँढा लेकिन अपनी हिंदू परंपरा में महीने-सप्ताह में किसी एक निश्चित दिन अवकाश का… https://t.co/yB7Hyneyxs
बहुत जल्दी हफ़्ते में आठ दिन होंगे, और रविवार की जगह “मोदीवार” को छुट्टी होगी।
— Yasar Shah (@yasarshah_SP) May 28, 2024
मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेते ही पहला काम यही होगा।
इसी में प्रधानमंत्री ने आदिवासियों पर अत्याचार का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने विपक्ष पर हमला भी किया और कहा कि इंडिया गठबंधन की देशविरोधी राजनीति का एक खतरनाक फॉर्मूला है। उन्होंने कहा, 'इनका फॉर्मूला है- घोर सांप्रदायिक राजनीति करो, घोर तुष्टीकरण की राजनीति करो, अलगाववादियों को संरक्षण दो, आतंकवादियों का बचाव करो और जो उसका विरोध करे, उस पर हिन्दू-मुसलमान करने का आरोप लगा दो।'
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