शुक्रवार को भी संसद के दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ और इस वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को पहले कई बार और फिर पूरे दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार ने तेजी से बढ़ती कीमतों और खाद्य पदार्थों पर जीएसटी दरों में बेवजह वृद्धि पर राज्यसभा में तत्काल बहस से इनकार कर दिया लेकिन हम इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस करना चाहते हैं।
केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी भी की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में सरकार की रणनीति पर चर्चा करने के लिए कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में राजनाथ सिंह, अमित शाह, प्रह्लाद जोशी, अनुराग सिंह ठाकुर, किरेन रिजिजू, पीयूष गोयल शामिल हुए।
गुरूवार को लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों ने ईडी के सामने सोनिया गांधी की पेशी के मामले को उठाया था और नारेबाजी की थी। कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर दोनों सदनों से वॉकआउट कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया था।
बीते दिनों में दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों और मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग सहित कई मुद्दों पर नारेबाज़ी की है। महंगाई समेत तमाम मुद्दों को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
संसद का यह सत्र 12 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान केंद्र सरकार 32 विधेयकों को संसद में रखेगी। इन विधेयकों में छावनी विधेयक, बहु-राज्य सहकारी समिति विधेयक, उद्यमों का विकास और सेवा केंद्र विधेयक आदि शामिल हैं।
मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों को देखकर लगता है कि आने वाले कई दिन तक संसद में हंगामा और शोरगुल रहेगा और पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। इससे पहले भी संसद के कुछ सत्रों में पेगासस जासूसी मामले और कृषि कानूनों को लेकर हंगामा हुआ था और सदन में कामकाज नहीं हो सका था।
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