कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन की तारीख नजदीक आ रही है तो यह सवाल खड़ा हो रहा है कि अध्यक्ष कौन होगा। क्या अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं हैं?
खुद को चुनावी रणनीतिकार कहने वाले प्रशांत किशोर उर्फ पीके को जेडीयू ने बिजनेसमैन बताया है। पीके जेडीयू में फिर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। जेडीयू चीफ ललन सिंह ने शनिवार 17 सितंबर को उन पर कड़ा हमला बोला है।
अगर कांग्रेस गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक की एक और यात्रा निकालती है तो निश्चित रूप से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान छूटे हुए राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों तक इस यात्रा के जरिए पहुंचने की कोशिश करेगी।
क्या कांग्रेस अब बदल रही है? क्या यह ग़लतियों से सीख रही है? क्या वह विपक्षी दल होना सीख रही है? क्या उसे ग़लतियों का एहसास हो गया है और इसलिए अब वह सुधर रही है? जानिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का ऐसे हर सवालों पर खरी-खरी जवाब।
प्रशांत किशोर नीतीश के बेहद करीबी लोगों में रहे हैं। नीतीश ने ही उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। लेकिन वह क्यों फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आना चाहते हैं?
कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों का कहना है कि ऑपरेशन लोटस के जरिए बीजेपी विपक्षी दलों के विधायकों में तोड़फोड़ करती है और विपक्ष की सरकारों को गिराती है। लेकिन बीजेपी ऑपरेशन लोटस को लेकर लगाए गए सभी आरोपों से इनकार करती है।
तेजस्वी यादव का यह कहना कि लालू और नीतीश कुमार सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली आएंगे, यह निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने की एक कोशिश है। लेकिन क्या सभी विपक्षी दल एकजुट होंगे?
केसीआर ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी विपक्षी दलों का एक फ्रंट बनाने की कोशिश की थी। लेकिन तब उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली थी। देखना होगा कि क्या इस बार उनकी कोशिश रंग लाती है?
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए पार्टी के नेता जो मांग कर रहे थे, क्या अब वे बदलाव हो गए? जानिए इन बदलावों असंतुष्ट नेता की प्रतिक्रिया।
अक्टूबर 2011 में लालकृष्ण आडवाणी ने जनचेतना यात्रा निकाली थी और अब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। जानिए, दोनों यात्राओं के बारे में कुछ अहम बातें।