कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 30 सितंबर तक नामांकन भरे जाने हैं जबकि 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। थरूर कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।
कांग्रेस के साथ वाली विपक्षी एकता क्या आकार लेगी? इस सवाल का जवाब मिलना था, लेकिन इस पर साफ़ जवाब नहीं मिल सका। जानिए, सोनिया गांधी से मिलकर नीतीश और लालू क्या बोले।
अशोक गहलोत के अलावा केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर, पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
बीजेपी का साथ छोड़ आरजेडी के तेजस्वी के साथ नीतीश कुमार के सरकार बनाने और इसके बाद चौतरफा हो रही विपक्ष की गोलबंदी के बीच अमित शाह के निशाने पर बिहार सीएम क्यों आए?
क़रीब 26 वर्ष की उम्र में ही सांसद बन चुके सचिन पायलट का राजनीतिक क़द राजस्थान में कितना बड़ा है? जानिए, वह कितने अनुभवी हैं और कैसा रहा है उनका ट्रैक रिकॉर्ड।
लालू और नीतीश कुमार की सोनिया गांधी से होने वाली मुलाकात को निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ने की एक कोशिश माना जा सकता है।
अशोक गहलोत क्या राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अशोक गहलोत का कोई करीबी नेता बैठेगा या फिर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलेगी।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही पहले जहाँ दो उम्मीदवार चुनाव मैदान में नज़र आ रहे थे अब उनकी संख्या बढ़ती नज़र आ रही है। जानिए कौन कौन हो सकते हैं उम्मीदवार।
एक के बाद एक राज्यों में प्रदेश कांग्रेस इकाइयों द्वारा राहुल गांधी को कांग्रेस अध्य बनाए जाने का प्रस्ताव पास किए जाने के बाद भी क्या वह अध्यक्ष नहीं बनेंगे? जानिए दिग्विजय सिंह ने क्या कहा।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद चर्चा यह शुरू हो गई है कि अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ना होगा।
ऐसे वक्त में जब पार्टी के तमाम दिग्गज नेता उसे छोड़ कर जा चुके हैं और वह लगातार चुनाव हार रही है तो कांग्रेस की कोशिश भारत जोड़ो यात्रा के जरिए देशभर को कवर करने की है।
अगर अशोक गहलोत और शशि थरूर आमने-सामने हुए तो जीत किसे मिलेगी क्योंकि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पूरी तरह तटस्थ रहने की बात कह चुकी हैं। इसलिए निश्चित रूप से चुनाव बेहद रोमांचक होगा।
भले ही एक के बाद एक राज्यों में कांग्रेस की इकाइयाँ राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पास कर रही हैं लेकिन खब़र है कि शशि थरूर भी इसके दावेदार हो सकते हैं। जानिए, इस पर सोनिया की क्या राय है।