मायावती ने जिस तरह मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम लिए बिना कांग्रेस पर बोला है उससे साफ लगता है कि खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें अपने दलित वोट बैंक में सेंध लगने का डर है।
क्या भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस मजबूत हो रही है? महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के एकजुट होने से क्या बीजेपी-एकनाथ शिंदे की शिवसेना के गठबंधन को जोरदार चुनौती मिलेगी?
मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने कांग्रेस को जिंदा करने की चुनौती है। गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव सामने हैं और साल 2023 में 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव भी होने हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में सीक्रेट बैलेट के जरिए मतदान हुआ था। चुनाव प्रचार के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर ने तमाम प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के दफ्तर में जाकर अपने लिए समर्थन मांगा था।
यह माना जा रहा है कि 2023 के चुनावी राज्यों और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी बड़े पैमाने पर कांग्रेस की जनसभाओं और चुनावी रैलियों में दिखाई देंगी और निश्चित रूप से इससे राहुल गांधी के बाद कांग्रेस को एक और बड़ा चुनावी चेहरा प्रचार के लिए मिल सकेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे का खुलकर समर्थन किया है। क्या इसके लिए कांग्रेस का चुनाव प्राधिकरण उन पर कार्रवाई करेगा?
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। जबकि कांग्रेस को 21 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन बीते साल 3 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी।
राष्ट्रीय जनता दल में जगदानंद सिंह को लेकर अलग-अलग कयास क्यों लगाए जा रहे हैं? क्या वह पार्टी से अलग होने का विचार कर रहे हैं? क्या वह ऐसा कर सकते हैं?
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होनी है और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। इस चुनाव में खड़गे के सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर हैं।