कांग्रेस सहित 14 विपक्षी
दलों ने अपने नेताओं के खिलाफ सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 'मनमाने
इस्तेमाल' को
लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
राहुल गांधी को दो साल की सजा होने और संसद सदस्य से अयोग्य होने के बाद एकजुट हुए विपक्ष पर प्रधानमंत्री ने अब भ्रष्टाचारियों का मंच होने का आरोप लगाया। जानिए उन्होंने और क्या कहा।
चुनाव आयोग ने पिछले महीने ही एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता देते हुए, पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर' आवंटित कर दिया था।
राहुल की सावरकर पर की गई टिप्पणी पर पहला रियेक्शन आया महाराष्ट्र से जहां कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन में रहकर सरकार चला चुके उद्धव ठाकरे का जिन्होंने राहुल को चेतावनी दी और कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई डिनर पार्टी में जाने से भी मना कर दिया।
लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित होने के बाद सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बंगला खाली करने का आदेश दिया है। इस पर खड़गे ने कहा कि वो अपना बंगला राहुल को दे देंगे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल के पास बंगले की कमी नहीं है। लाखों भारतीय अपना घर देने को तैयार हैं।
विपक्षी एकता में कथित दरार को लेकर जो भी कयास लगाए जा रहे थे, उसका शिवसेना (यूबीटी) ने आज पटाक्षेप कर दिया। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने कहा कि वो विपक्ष के साथ है।
मुस्लिम समुदाय के बुद्दजीवियों से मुलाकातों के बाद भी संघ और बीजेपी की तरफ से मुसलमानों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में कमी नहीं आई है। इसके विरोध में और इन पांच नेताओं ने अब संघ प्रमुख मोहन भागवत को एक पत्र लिखा है।
गैर भाजपाई दलों को एक सूत्र में पिरोने के लिए कोई मुद्दा चाहिए था, वो उन्हें राहुल गांधी के रूप में मिल गया है। लेकिन यक्ष प्रश्न यह है कि गैर भाजपाई दलों की एकता कब तक कायम रह पाती है। राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार शैलेश ने इसी का जायजा लिया है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले जबरदस्त घटनाक्रम सामने आया है। कर्नाटक में कोटे की स्थिति बदलने पर बंजारा समुदाय नाराज हो गया। उसने आज शिवमोग्गा में पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के आवास पर हमला बोल दिया। कर्नाटक में मुसलमानों का चार फीसदी आरक्षण वोक्कालिगा और लिंगायत के बीच बांट दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल ही इसकी तारीफ की थी।
विपक्षी एकता में आज एक बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब 17 दल कांग्रेस के साथ न सिर्फ बैठे बल्कि काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुए है। हालांकि काले कपड़े का निर्देश कांग्रेस सांसदों को था। लेकिन सबसे बड़ा घटनाक्रम ममता बनर्जी की टीएमसी के शामिल होने का है। अभी तक टीएमसी विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हो रही थी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल की राजनीति बहुत सीधी है। हम जीतेंगे तो लोकतंत्र ठीक है, हम हारेंगे तो लोकतंत्र खराब है। जो भी हमारे पक्ष में नहीं है वह सब खराब है।
राहुल गांधी की सदस्यता खत्म किये जाने के बाद भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रोहित खन्ना ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'राहुल गांधी को संसद से निष्कासित करना गांधीवादी दर्शन और भारत के गहरे मूल्यों के साथ गहरा विश्वासघात है’।