राहुल ने राजस्थान के नेता सी पी जोशी के बयान को कांग्रेस के मूल्योे के ख़िलाफ़ बताया। जोशी ने कहा था, ब्राह्मण ही हिन्दुत्व पर इतना जानते हैं कि बोल सकते हैं।
क्या जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बताएँगे कि कैसे राज्य में दो सरकारें चलाने वाली पीडीपी और बीजेपी का गठजोड़ पवित्र था लेकिन पीडीपी-नैकां का अपवित्र हो गया?
हल्दी-चावल के ज़रिए विश्व हिन्दू परिषद हर गाँव तक पहुँचना चाहती है ताकि हिन्दुत्व के नाम पर वैसा ही वातावरण बनाया जाए जैसा 1983 में कलश यात्रा के दौरान हुआ था।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने विधानसभा भंग करने के लिए जो दलील दी है, वह किसी के गले नहीं उतरेगी क्योकि बीजेपी और पीडीपी जैसे घोर विरोधी दल तो राज्य में ही सरकार बना चुके हैं।
मध्य प्रदेश का सट्टा बाजार कांग्रेस को 116 से ज़्यादा सीटें दे रहा है जबकि सत्ताधारी बीजेपी को 102 या उससे ज्यादा। एमपी में 230 सीटों पर 28 नवंबर को मतदान होगा।
चुनाव में अपने प्रदर्शन पर कांग्रेस संतोष कर सकती है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वह अगर थोड़ा मेहनत और करे तो बीजेपी से अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर निर्माण के लिए 525 लोकसभा क्षेत्रों में रैली और 5,000 जगहों पर प्रार्थना सभाएँ करने का ऐलान किया है। इससे ध्रुवीकरण हो सकता है।
लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनाने पर बहस चल रही है। मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी इस मुद्दे को हाथ से नहीं जाने देना चाहतीं।
सीबीआई के अंदरूनी कलह ने इसकी कलई खोल दी है। इसके कामकाज पर तो सवाल उठे ही हैं, केंद्र सरकार और सबसे बड़ी ख़ुफ़िया एजेंसी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।
रेप के लिए लड़कियों को ही ‘जिम्मेदार’ ठहराने वाले मनोहर लाल खट्टर के बयान पर बवाल मचा है। विवादित बयान देने वाले वे पहले नुमाइंदे नहीं हैं। यह फेहरिस्त लंबी है।
मोदी ने बीफ़ पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस से सवाल कर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोेशिश की, पर इस पर ख़ुद उनकी पार्टी का गोवा और पूर्वोत्तर में क्या स्टैंड है?