महाराष्ट्र व हरियाणा विधानसभा चुनाव और कई दूसरे राज्यों में उपचुनावों का मिलाजुला परिणाम आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने पार्टी की बड़ी जीत बताया।
लोकसभा चुनाव में ज़बरदस्त हार के पाँच महीने बाद भी कांग्रेस हार के कारणों का विश्लेषण नहीं कर पाई है, बल्कि अभी भी पार्टी में इस बात पर चर्चा चल रही है कि ऐसा क्यों नहीं हो पाया है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका पर फ़ैसला करे। राजोआना की दया याचिका सरकार के पास 2012 से ही लंबित पड़ी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ओम' और 'गाय' पर बयान दिया। क्या बीजेपी की राजनीति गाय और हिन्दुत्व को ही आगे बढ़ाने की है? गाय पर इतना ज़ोर क्यों है? बीजेपी के पास क्या दूसरी कोई उपलब्धि नहीं है? अर्थव्यवस्था पर बात क्यों नहीं? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने आख़िरकार गुरुवार को अपनी पार्टी के विधायक यूसुफ़ तारीगामी से श्रीनगर में मुलाक़ात की। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार हमलावर रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी की तारीफ़ में कसीदे पढ़े हैं। तो क्या शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस को छोड़कर फिर से बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं?
आख़िर क्यों कांग्रेस पार्टी गाँधी परिवार से बाहर निकलने की नहीं सोच पाती है? ऐसा क्या है कि वह उसी परिवार के इर्द गिर्द घूमती रहती है? यह परिवार इस पार्टी की ख़ूबी है या बोझ?
लंबे समय से कांग्रेस के नए अध्यक्ष पर चली आ रही अटकलों पर आज विराम लग सकता है। आज रात नौ बजे तक पार्टी के नए अध्यक्ष को चुन लिए जाने की संभावना है। अधीर रंजन ने इसके संकेत दिए हैं।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर अभी सस्पेंस कुछ दिन और बना रह सकता है। हालाँकि शुक्रवार शाम तय माना जा रहा था कि शनिवार सुबह नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। लेकिन देर रात तक चली बैठक के बाद हालात बदल गए हैं।
अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद कांग्रेस में क्यों पूरी तरह बिखरती दिख रही है? क्या पार्टी में एक राय नहीं है? राहुल के इस्तीफ़े के बाद से ही नेतृत्वहीन दिख रही क्या कांग्रेस के लिए यह बड़ा संकट नहीं है? देखिए सत्य हिंदी के लिए शैलेश की रिपोर्ट में इन सवालों के जवाब।
कांग्रेस में पिछले 2 महीने से अध्यक्ष पद को लेकर बनी असमंजस की स्थिति स्वतंत्रता दिवस से पहले ख़त्म हो सकती है। यानी 15 अगस्त से पहले कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर संकट लगातार गहराता जा रहा है कांग्रेस के अंदर से ख़बर आ रही है कि प्रियंका गाँधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभालने से साफ़ इंकार कर दिया है। आख़िर कोई क्यों नहीं बनना चाहता है पार्टी अध्यक्ष?