सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 कांग्रेसी नेताओं में आज़ाद अकेले ऐसे नेता थे जिन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद मीडिया में खुलकर अपनी बात रखी।
इस बात की आशंका काफी दिनों से जताई जा रही थी कि कांग्रेस अपने पुराने नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर सकती है और शुक्रवार को यह आशंका सच हो गई।
जीडीपी में गिरावट, बढ़ती बेरोज़गारी, बेलगाम कोरोना संक्रमण और चीनी अतिक्रमण को लेकर राहुल गाँधी ने मोदी पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि देश प्रधानमंत्री मोदी द्वारा खड़े किए गए संकटों का सामना कर रहा है।
क्या राहुल गांधी का "सूट बूट की सरकार" वाला नारा कांग्रेस में उपजे मौजूदा विवाद की सबसे बड़ी जड़ है? क्या इसे लेकर देश के कुछ कॉरपोरेट घराने "गांधी परिवार" से नाराज हैं?
कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी आलाकमान को लिखा पत्र लीक हो जाने के बाद चल रहा बवाल सीनियर नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के ताज़ा बयानों के बाद और बढ़ सकता है।