राहुल गांधी के उत्तर-दक्षिण वाले बयान को लेकर तो बीजेपी उन पर हमलावर थी ही, लंबे वक़्त से पार्टी के ख़िलाफ़ बोल रहे कपिल सिब्बल ने भी बीजेपी के सुर में सुर मिलाया है।
पायलट ने दौसा, भरतपुर और चाकसू में बड़ी किसान महापंचायतें की हैं और इनमें अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा की मदद के बिना ही भीड़ जुटाकर आलाकमान तक अपने ‘जिंदा’ होने का पैगाम पहुंचाया है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब के इस ताज़ा बयान के- “अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी को नेपाल और श्रीलंका में भी जीत हासिल करनी चाहिए”, इसके राजनीतिक अर्थ हैं।
यह बात तय है कि 2022 में प्रियंका ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगी। प्रियंका को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने से सुस्त और निस्तेज पड़ी कांग्रेस में जान आ सकती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष का नेता होंगे। वह ग़ुलाम नबी आज़ाद की जगह लेंगे। राज्यसभा से आज़ाद की बिदाई के बाद वह पद खाली होगा। उनका कार्यकाल 15 फ़रवरी को ख़त्म होगा।
अपने पिता महेंद्र सिंह टिकैत से विरासत में मिली किसानों की राजनीति को आगे बढ़ा रहे राकेश टिकैत ख़ुद चुनाव लड़कर बुरी तरह हार चुके हैं। लेकिन इस आंदोलन से वह एक मजबूत किसान नेता के रूप में उभरे हैं।
किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को निशाने पर लेते रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुनिया के तानाशाहों का ज़िक्र करते हुए एक ट्वीट किया है। राहुल ने ट्वीट में लिखा कि दुनिया के इतने सारे तानाशाहों के नाम 'M' से क्यों शुरू होते हैं?