बीजेपी पिछले दो दिनों से यूपी के ब्राह्मण मतदाताओं को पटाने की रणनीति पर काम कर रही थी। उसने एक कमेटी बनाई है जो राज्य की सभी 403 विधानसभा सीटों पर जाएगी। कौन-कौन है इस कमेटी में और उसका क्या प्लान है, जानिए इस रिपोर्ट में...
केरल में राजनीतिक हत्याओं का खतरनाक ट्रेंड उभर रहा है। वहां आरएसएस और एसडीपीआई के नेता, कार्यकर्ता एक दूसरे की हत्या में लिप्त पाए गए हैं। हत्याओं का यह ट्रेंड बढ़ा और फैला तो देश में गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी सबसे आगे रही है। जबकि बीजेपी दूसरे और कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही। पंजाब के विधानसभा चुनाव से पहले इन नतीजों को बेहद अहम माना जा रहा है।
पंजाब में पिछली बार कांग्रेस को अच्छी कामयाबी मिली थी लेकिन इस बार पार्टी के अंदर चल रहे झगड़ों, अमरिंदर सिंह की बगावत और किसानों के मैदान में उतरने के कारण उसके सामने चुनौतियां बेहद ज्यादा हैं।
उत्तर प्रदेश में एक तरफ तो बीजेपी के तमाम नेता तमाम चुनावी कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं लेकिन लखनऊ में होने वाले कांग्रेस के कार्यक्रम को रोक दिया गया है। सरकार ने ओमिक्रॉन के खतरों की वजह से लगाई गई धारा 144 का हवाला देकर इसे रोका। यह कार्यक्रम लड़कियों के लिए कल आयोजित किया जाना था।
त्रिपुरा में हाल ही में हुई हिंसा और पत्रकारों पर की गई कार्रवाई के मामले की जांच चौंकाने वाली है। एडीटर्स गिल्ड आफ इंडिया की टीम ने वहां जाकर सारे मामले की जांच की। गिल्ड की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। गिल्ड ने साफ कहा है कि वहां पत्रकारों पर पुलिस दमन सरकार के इशारे पर हुआ।
देश
में तमाम धार्मिक स्थलों को जब निशाना बनाया जा रहा है। समुदाय विशेष के
नरसंहार की धमकी दी जा रही है तो बेलुड़ मठ में क्रिसमस मनाया जा रहा है।बेलुड़ मठ की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने की थी।
कन्नौज में एक और इत्र व्यापारी के घर और दफ्तरों पर सीबीआईसी ने छापे मारे हैं। बीजेपी नेता इस व्यापारी का संबंध भी सपा से बताने में जुट गए हैं। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर मामले को दिलचस्प बना दिया है।
उत्तराखंड में शुक्रवार रात को हुए एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। रावत के बारे में कहा जा रहा है कि वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बीजेपी पसोपेश में पड़ गई है। हालात उसके खिलाफ जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि वहां राष्ट्रपति शासन लगाने पर भी विचार किया जा सकता है। सुब्रह्मण्यम स्वामी के ट्वीट से भी इस चर्चा को बल मिला। लेकिन कुछ और भी वजहें हैं, जिनके कारण वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि वह अगले हफ्ते यूपी विधानसभा चुनाव पर अगले हफ्ते फैसला लेगा। देश में ओमिक्रॉन बढ़ने की वजह से इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कल कहा था कि यूपी चुनाव टाले जाएं और रैलियों पर पाबंदी लगा दी जाए।