बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर अचानक पहुंचे। इस मुलाकात की घोषणा पहले से नहीं थी। दोनों नेता सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ बड़ी विपक्षी एकता बनाने के प्रयासों के बीच बैठक कर रहे हैं। जेडीयू (JDU) नेता के साथ बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पार्टी के नेता मनोज झा, ललन सिंह और संजय झा भी हैं। लेकिन इस मुलाकात के बाद जो घटनाक्रम सामने आया है, उसमें आम आदमी पार्टी ने कहा है कि दिल्ली में नौकरशाहों के तबादले पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 24 मई को उद्धव ठाकरे और 25 मई को मुंबई में एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात करेंगे.
जेडीयू नेता और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता के बीच बैठक दिल्ली में फ्लैग स्टाफ रोड पर केजरीवाल के आवास पर सुबह से दोपहर तक चली।
बैठक के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से बात की लेकिन दोनों के बयान के बाद जो घटनाक्रम सामने आया है, वो ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। केजरीवाल का मुंबई मिशन महत्वपूर्ण है। केजरीवाल चाह रहे हैं कि विपक्ष केंद्र सरकार के अध्यादेश को बड़ा मुद्दा बना दे। इसके लिए नीतीश और तेजस्वी ने अपनी-अपनी पार्टी की तरफ से पूरा भरोसा दे दिया है। उद्धव ठाकरे और शरद पवार का समर्थन मिलने के बाद केजरीवाल के मुद्दे को प्रमुखता मिलेगी।
नीतीश-केजरीवाल बैठक विपक्षी एकता के सिलसिले में लगातार हो रही बैठकों को देखते हुए महत्वपूर्ण है। कांग्रेस दरअसल आम आदमी पार्टी से एक दूरी बनाकर चल रही है लेकिन नीतीश आप को विपक्षी एकता समूह में एडजस्ट करना चाहते हैं। अगले महीने बिहार में संयुक्त विपक्ष की रैली भी है। नीतीश चाहते हैं कि केजरीवाल उसमें भी शामिल हों।
केजरीवाल के यह कहने के ठीक एक दिन बाद बैठक हो रही है कि वो केंद्र के राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण (NCCSA) अध्यादेश को लेकर विपक्षी दलों तक पहुंचेंगे। सूत्रों ने कहा कि बैठक के दौरान केजरीवाल ने यह मुद्दा नीतीश कुमार के साथ उठाया। दिल्ली सरकार ने अध्यादेश को मोदी सरकार का फासिज्म बताया है, जिसके जरिए सुप्रीम कोर्ट के 11 मई के फैसले को ही पलट दिया गया है।
पिछले हफ्ते, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने भी केजरीवाल से राजधानी में उनके आवास पर मुलाकात की थी। आदित्य ने बैठक की एक तस्वीर ट्विटर पर साझा की थी। उसके साथ कहा गया था कि दोनों नेताओं ने देश में "वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम" के बारे में बातचीत की।
यह कदम प्रमुख राष्ट्रीय विपक्षी दलों द्वारा अगले साल होने वाले चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाने की अटकलों के बीच उठाया है।
देश के दो प्रमुख विपक्षी दलों जेडीयू और आप के नेताओं ने भी पिछले महीने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात की थी। नीतीश ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीबीआई द्वारा जारी किए गए समन पर केजरीवाल के समर्थन में बयान भी दिया था।
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