#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar along with Dy CM Tejashwi Yadav and JD(U) President Lalan Singh meets Congress President Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi in Delhi pic.twitter.com/SBsSKQlXD4
— ANI (@ANI) April 12, 2023
पीटीआई ने बताया कि अपनी बैठक के दौरान, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 2024 के संसदीय चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी एकता को मजबूत करने के प्रयासों के बीच वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। समझा जाता है कि खड़गे और राहुल गांधी ने नीतीश और तेजस्वी से साफ कर दिया कि उन्हें सभी विपक्षी दलों के साथ बातचीत में कोई ऐतराज नहीं है। अभी नीतीश या कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया गया है।
जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार मंगलवार को तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे थे। वो कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों, विशेषकर क्षेत्रीय दलों के बीच की खाई को पाटने के मकसद से दिल्ली आए हैं।
जेडीयू सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि खड़गे के फोन के बाद यात्रा की योजना बनाई गई। उन्होंने कहा कि नीतीश कांग्रेस और अन्य दलों के बीच पुल का काम करना चाहते हैं ताकि केंद्र की बीजेपी सरकार का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत और एकजुट विपक्ष को विकल्प के तौर पर पेश किया जा सके।
दिल्ली आने के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बिहार में अपने सहयोगी आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात की। लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी फिलहाल दिल्ली में हैं।
आरजेडी के सूत्रों ने नीतीश-लालू मुलाकात पर कहा: यह एक शिष्टाचार भेंट से कहीं ज्यादा थी। लालू प्रसाद का परिवार इस समय सीबीआई और ईडी की पूछताछ का सामना कर रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री का दौरा राजनीतिक बदले की भावना के मुद्दे पर अपने सहयोगी के साथ एकजुटता दिखाने का एक तरीका भी है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पूर्व सांसद और सीनियर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा - यह राष्ट्रीय विपक्षी एकता की दिशा में नीतीश कुमार की लंबे समय से प्रतीक्षित यात्रा है। हम खुश हैं कि एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहला कदम उठाया, अब गेंद को आगे बढ़ाने का समय है।
खड़गे ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि विपक्ष को एकजुट करने के लिए वो अन्य दलों के नेताओं के संपर्क में हैं। उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे के अलावा नीतीश को फोन किया था।
अगले तीन दिनों में नीतीश समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल और शीर्ष वामपंथी नेताओं से मिलने वाले हैं। त्यागी ने कहा, लंबे समय तक हमारे राजनीतिक विरोधी रहे लालू प्रसाद के साथ गठबंधन करके, नीतीश कुमार ने क्षेत्रीय दलों को एक साफ संदेश दिया है कि वे 2024 के चुनावों में बीजेपी को हराने के बड़े कारण के लिए अपने मतभेदों को भूल जाएं।
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